जोधपुर। बाल अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित बालिका गृह में बालिकाओं के सामाजिक पुनर्वास के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से डॉ. एसआर राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय व राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रमाण पत्र प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किशोर न्याय समिति के अध्यक्ष राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति संदीप मेहता ने किया।
सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग डॉ बीएल सारस्वत ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ. एस आर राजस्थान आयुर्वेद विश्व विद्यालय प्रो. डॉ. अभिमन्यु कुमार व विशिष्ट अतिथि राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्षा संगीता बेनीवाल व जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित थे। उन्होंने बताया कि बालिका गृह कि 25 बालिकाएं 6 माह के योग कोर्स का प्रशिक्षण लेगी।
न्यायाधिपति संदीप मेहता ने राजकीय बालिका गृह में समय-समय पर आयोजित होने वाले शिविरों एवं रचनात्मक गतिविधियों में योगदान देने वाले सामाजिक कार्यकर्ता इंदिरा कच्छवाहा, भारत विकास परिषद के प्रभात माथुर, अधिवक्ता विशाल शर्मा व कपिल बोहरा को प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने परिसर में पौधारोपण भी किया। बालिका गृह की बालिकाओं द्वारा गीत की प्रस्तुति दी व आयुर्वेद विश्वविद्यालय के योग प्रोफेसर डॉ. चन्द्रभान शर्मा के निर्देशन में संगीतमय योग का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन किशोर न्याय समिति के वरिष्ठ सलाहकार राकेश चौधरी व आभार एडीएम शहर सीमा कविया ने व्यक्त किया। इस अवसर पर सचिव राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण देवकुमार खत्री, प्राचार्य गोविन्द्र सहाय शुक्ल, राजकीय बालिका गृह की अधीक्षक आसमा पीरजादा, अतिरिक्त महाधिवक्ता, फरजन्द अली, बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र सिंह चावड़ा, सदस्य राजेन्द्र सोनी, रूपवती देवड़ा, उपनिदेशक अनिल व्यास उपस्थित थे।
source https://krantibhaskar.com/rehabilitation-of-girls/
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