जोधपुर। राजस्थान राज्य अधीनस्थ सेवा के अधिकारियों ने शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (आफरी) का भ्रमण कर शोध कार्य की जानकारी हासिल की।
आफरी निदेशक एमआर बालोच ने आफरी की कार्य विधि, प्रोजेक्ट निर्माण एवं उसके क्रियान्वयन आदि के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आफरी के विभिन्न प्रभागों में वानिकी, पारिस्थितिकी, वन संरक्षण तथा विस्तार आदि की गतिविधियां संचालित की जाती है। बालोच ने अधिकारियों का आफरी में स्वागत करते हुए वानिकी के इतिहास एवं वर्तमान में उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर आफरी के कृषि वानिकी एवं विस्तार प्रभाग के प्रभागाध्यक्ष डॉ. संगीता सिंह ने आफरी में चल रहे विभिन्न शोध कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए कृषि वानिकी, उत्तक संवद्र्धन, बीज तकनीकी, कार्बन पृथ्कीकरण आदि के बारे में अधिकारियों को विस्तार से बताया। कार्यक्रम में हरिशचन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र की अतिरिक्त निदेशक वन्दना सिंघवी ने बताया कि राजस्थान राज्य अधिनस्थ सेवा के आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है जिसमें 18 प्रशिक्षु अधिकारी भाग ले रहे है। इन अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों/विभागों की कार्यप्रणाली/गतिविधियों से अवगत कराने के उद्देष्य से भ्रमण कराया जा रहा है तथा इस कड़ी में आफरी के विभिन्न शोध कार्यों के बारे में जानकारी हासिल की गई, जिसमें इन अधिकारियों ने वानिकी शोध के बारे में उपयोगी जानकारी प्राप्त की। इस कार्यक्रम में सहायक निदेशक कैलाश पुरोहित भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान आफरी के समूह समन्वयक (शोध) डॉ. आईडी आर्य, डॉ. यूके तोमर, डॉ. महेश्वर हेगडे, डॉ. एनके बोहरा एवं रमेश मालपानी उपस्थित थे।
source https://krantibhaskar.com/officers-did/
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