सोमवार, 15 जुलाई 2019

तीन घंटे आकाशीय मंडल में दिखेगा खंडग्रास चंदग्रहण का विशेष नजारा

तीन घंटे आकाशीय मंडल में दिखेगा खंडग्रास चंदग्रहण का विशेष नजारा

जोधपुर। आषाढ़ पूर्णिमा मंगलवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, वैद्यृति योग के बीच गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। मंगलवार पूर्णिमा होने से यह दिन विशेष फलदायी होगा। खास बात यह है कि इस दिन रात को चंद्रग्रहण का नजारा भी देखने को मिलेगा। इस बार चंद्र ग्रहण और गुरु पूर्णिमा पर्व 16 जुलाई को एक साथ होगा। गुरु पूर्णिमा पर यह लगातार दूसरे वर्ष चंद्रग्रहण लग रहा है। इससे पहले 27 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर ही खग्रास चंद्रग्रहण था। पहले इस ग्रहण की अवधि 3 घंटे 51 मिनट थी। इस बार ग्रहण की अवधि 2.59 मिनट रहेगी। गुरु पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण एक साथ होने पर गुरु पूजा का कार्यक्रम भी सूतक लगने से पहले तक ही होंगे। इसके चलते कई स्थानों पर दूसरे दिन गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी।

सूर्यनगगरी में गुरु पूर्णिमा पर्व 16 जुलाई को मनाया जाएगा। इसको लेकर शहर के सभी रामद्वारों, मठों तथा गुरु स्थलों पर तैयारियां पूरी कर ली गई है। आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है। गुरु पूर्णिमा वर्षा ऋ तु के आरंभ में आती है। इस दिन से चार महीने तक परिव्राजक साधु.संत एक ही स्थान पर रहकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं। गुरु पूर्णिमा पर 149 साल बाद इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण रहेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत समेत यूरोप अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी एवं दक्षिण पूर्व अमेरिका प्रशांत एवं हिंद महासागर से नजर आएगा। इस साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण काफी अहम रहेगा, क्योंकि 149 साल बाद गुरु पूर्णिमा के दिन ग्रहण लग रहा है। पिछली बार 12 जुलाई 1870 को गुरु पूर्णिमा के ही दिन एेसा चंद्र ग्रहण लगा था, जिसका राशियों पर गहरा प्रभाव पड़ा था। ज्योतिषों के अनुसार उस ग्रहण के दौरान चंद्रमा शनि, राहू और केतू के साथ धनु राशि में था। इस बार भी एेसा ही कुछ होने जा रहा है। पंडितों के अनुसार इस चंद्र ग्रहण का विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा।

यहां पर होंगे कार्यक्रम

राधा रानी सेवा समिति जोधपुर द्वारा गुरु पूर्णिमा महोत्सव प्रतापनगर स्थित हनुमान शनिधाम में मनाया जाएगा। पंडित दामोदर भारद्वाज महाराज के सान्निध्य में सुबह नौ बजे गुरुपूजन का कार्यक्रम शुरू होगा जो दोपहर एक बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद आशीर्वचन का कार्यक्रम होगा। इसकी तैयारियों को लेकर छेताराम सोनगरा, दौलतराज डाबी, गोपाल जादूगर, हुकुम चंद्र चौहान, ललित चौहान, विष्णु, ललित आसेरी, उमा आसेरी, सीताबाई, उषा बाई सहित अनेक लोग जुटे हुए हैं। प्रवक्ता हेमसिंह भाटी ने बताया कि इस अवसर पर पंडित दामोदर भारद्वाज महाराज के शिष्यों द्वारा गुरुपूजन किया जाएगा। फतेहसागर ओटे के सामने स्थित सद्गुरु कबीर आश्रम परिसर मे 16 जुलाई को महंत प्रहलाद के सान्निध्य में गुरु पूर्णिमा पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया जाएगा। आश्रम के उत्तराधिकारी राजेन्द्र दास ने बताया कि इस अवसर पर सर्वप्रथम आश्रम के प्रथम संत रामदास की जीवित समाधि पर पूजा अर्चना होगी। इसके पश्चात प्रात 7 बजे से गुरु पूजन व समाधि दर्शन के दौरान दोपहर तीन बजे तक सत्संग का आयोजन होगा। सिवांची गेट गड्डी पहाड़ी पर स्थित सदानन्द सद्गुरु देव महाराज के सोह्म बाबा आश्रम में गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में प्रात 10 बजे से शाम 6 बजे तक भजन कीर्तन व प्रसादी का आयोजन होगा। आश्रम के पदाधिकारी राधेश्याम जोशी और मुरलीकिशन शर्मा ने बताया कि सोह्म भजन मण्डली के चन्द्रसिंह, पंकज जांगिड़, भंवरबम, अनामिका सिसोदिया, मंजू डागा, महेन्द्रसिंह पंवार, बनारसीलाल झोरी, अशोक व्यास, मिलन व्यास, राकेश राठी सहित कई कलाकार भजनों की प्रस्तुति देंंगे। सालवा कला में 16 जुलाई को महंत वीरम नाथ महाराज के सान्निध्य में जन जीव कल्याण गौशाला सालवा कला में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का कार्यक्रम रखा गया है। बाल साध्वी प्रेम बाईसा भजन कीर्तन सत्संग प्रवचनों का लाभ दिलाएंगे। सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक गो पूजन, गौ आरती होगी। तत्पश्चात महाप्रसादी का आयोजन होगा। गायों के लिए 121 किलो की लापसी बनाई जाएगी।

 



source http://krantibhaskar.com/three-hour-in-the-sky-board/

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