बुधवार, 12 सितंबर 2018

दमण-दीव कांग्रेस नेता केतन पटेल के ठिकानों पर पुलिस का छापा, कई ठिकानो पर चिपकाए नोटिस, अब हाजिर होंगे या वोंटेड? यह सवाल भी बाज़ार गर्म किए हुए है!

संध प्रदेश दमण-दीव कांग्रेस अध्यक्ष केतन पटेल और केतन पटेल का परिवार एक नई मुश्किल में फ़सता दिखाई दे रहा है। जानकारी मिली है कि संध प्रदेश दमण पुलिस ने दमण-दीव कांग्रेस नेता के घर, कार्यालय एवं अन्य कई ठिकानों पर छापेमारी की, पुलिस की टीम ने दमण-दीव प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केतन पटेल एवं उनकी माता चंचलबेन पटेल को दिनांक 14 सितंबर के दिन दमण पुलिस थाने में हाजिर होने हेतु केतन पटेल के ठिकानो पर नोटिस चिपकाई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डीआईजीपी बी. के. सिंह के नेतृत्व में दमण और सिलवासा पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई गई। पुलिस टीम दमण एसडीपीओ रविन्द्र्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में थाना प्रभारियों पंकेश टंडेल, सुरेश शाह, सोहिल जीवाणी सहित पीएसआई एवं पुलिस के काफिले के साथ कांग्रेसी नेता डाह्याभाई पटेल के निवास स्थान पर पहुंची और तलाशी लेने के बाद कई ठिकानो पर, 14 सितंबर को पुलिस थाने में हाजिर होने के संबंध में नोटिस भी चिपकाए गए।

पूर्व सांसद डाह्याभाई पटेल के घर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केतन पटेल के बंगले पर तलाशी के बाद, पुलिस सोमनाथ में स्थित कार्यालय तथा मोटी दमण फोर्ट एरिया में स्थित कार्यालय पर जांच करने पहुंची और वहां भी पुलिस के अधिकारियों ने केतन पटेल को पुलिस थाने में हाजिर होने के लिए नोटिस चिपकाए गए।

पुलिस द्वारा बताया गया है कि केतन पटेल के खिलाफ दमण पुलिस थाने में एफआईआर नंबर 71/2018 तथा 104/2018 के तहत मामला दर्ज है। इन्हीं मामलों में पुलिस को उनकी जरुरत है। जिसके लिए पुलिस ने नोटिस जारी कर 14 सितंबर 2018 को शाम 4 बजे नानी दमण पुलिस थाने में हाजिर होने के लिए कहा है। वहीं चंचलबेन पटेल के खिलाफ 98/2018 एवं 99/2018 के तहत दर्ज मामले में नोटिस जारी कर 14 सितंबर को शाम 5 बजे नानी दमण पुलिस थाने में जांच के लिए हाजिर होने को कहा गया है।

प्रशासन की इस कार्यवाही के बाद अब देखना यह है कि केतन पटेल तय समय पर पुलिस थाने हाजिर होते है या पुलिस द्वारा वोंटेड जाहीर किए जाते है? वैसे चर्चा यह भी है कि केतन पटेल इनमे से किसी ठिकाने में नहीं मिले, तो गए कहा? क्या केतन पटेल को इस मामले की जानकारी पहले ही मिल गई थी? क्या केतन पटेल को पता था की पुलिस उनके नाम के नोटिस लेकर उन्हे ढूँढने के लिए निकलने वाली है? यदि पता था तो किसने बताया और केसे पता चला? वैसे यह मामला अब आगे क्या मोड लेता है यह तो समय बताएगा, लेकिन दमण की जनता और उधोगपति यह चर्चा भी कर रहे है की यदि केतन पटेल तथा चंचल पटेल के साथ साथ पुलिस अगर जिग्नेश उर्फ जिगगु पटेल को भी हफ्ता वसूली में मामले में पूछताछ के लिए बुला लेती तो दमण के उधोग्पतियों की कुछ मुसीबत कम हो जाती।

प्रशासन को चाहिए की जब मामले में हाथ डाला ही है तो मामले की तह तक जांच करे, फिर चाहे भाई हो या परिवार का अन्य कोई सदस्य, संपत्ति से लेकर वसूली तक के मामलो में बारीकी से जांच की जाए तो हो सकता है प्रशासक प्रफुल पटेल के सामने ऐसे आंकड़े आए जिनके बारे में अब तक प्रशासक प्रफुल पटेल ने भी ना सोचा हो!



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