बुधवार, 19 सितंबर 2018

रोडवेज में चक्काजाम हड़ताल जारी

जोधपुर। रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में रोडवेज कर्मचारियों की चक्काजाम हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इस हड़ताल के कारण रोडवेज को दूसरे दिन भी लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। वहीं आमजन भी इससे काफी प्रभावित हुआ।

राजस्थान स्टेट रोडवेज एंप्लाइज यूनियन एटक के प्रदेश सचिव लक्ष्मण सिंह राजपुरोहित ने बताया कि यातायात मंत्री युनूस खान के साथ मोर्चे के पदाधिकारियों की वेतनमान व अन्य मांगों को लेकर गत 27 जुलाई को समझौता वार्ता हुई थी लेकिन वार्ता के दौरान लिखित समझौतों को निर्धारित समयावधि में लागू नहीं करने के कारण हड़ताल की जा रही है। रोडवेज कर्मचारी लंबे समय से राज्य सरकार से सातवां वेतन आयोग लागू करने, पदोन्नति करने, नई बसों की खरीद करने, रोडवेज में विभिन्न पदों पर नई भर्ती करने सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। रविवार रात बारह बजे शुरू हुआ बसों का चक्काजाम मंगलवार को भी जारी रहा। राइबाग स्थित रोडवेज के केंद्रीय बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ वादा खिलाफी के नारे लगाए। प्रदर्शन में सैकड़ों कर्मचारी शामिल हुए। बता दे कि गत जुलाई माह में रोडवेजकर्मियों ने तीन दिन की हड़ताल की थी। इस पर सरकार ने यातायात मंत्री युनूस खान की अध्यक्षता में मोर्चा के पदाधिकारियों से समझौता करने के लिए समिति गठित की थी, जो बेनतीजा रही।

आमजन हुआ परेशान

रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के कारण आमजन सबसे अधिक परेशान हुआ। विशेषकर महिलाओं व बच्चों को बहुत परेशानी हुई। हड़ताल से जोधपुर डिपो में दो दिन में करीब तीस लाख रुपए का राजस्व घाटा हुआ। इसके अलावा ऑनलाइन टिकट बुक कराने वाले यात्री भी यात्रा से अटक गए। जोधपुर डिपो में तकरीबन 111 बसें और जोधपुर संभाग में 600 से ज्यादा रोडवेज बसों के पहिए थमे रहे। रामदेवरा मेले के लिए चल रह बसों को रामदेवरा से जोधपुर आने की अनुमति दी गई थी लेकिन उनको वापस नहीं जाने दिया।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें