मंगलवार, 11 सितंबर 2018

पांच दिन में दूसरी बार बंद रहा जोधपुर बंद

जोधपुर। पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के विरोध में सोमवार को कांग्रेस के आह्वान पर भारत बंद के तहत जोधपुर में भी बंद रखा गया। बंद का जोधपुर में व्यापक असर देखा। हालांकि कुछ स्थानों पर बंद को लेकर छुटपुट वारदातें भी हुई लेकिन कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं आई। बता दे कि पांच दिन में यह दूसरी बार जोधपुर बंद हुआ है। इससे पहले गत छह सितंबर को एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में बंद किया गया था।
सोमवार को देशभर में पेट्रोल-डीजल व गैस के दामों में हो रही लगातार बढ़ोत्तरी के विरोध में क ांगे्रस की तरफ से भारत बंद का आह्वान किया गया था। इस बंद का जोधपुर में व्यापक असर देखा गया। शांतिपूर्ण माहौल में शहर के अधिकांश क्षेत्रों में प्रतिष्ठान रोजाना की तरह खुले लेकिन बाद में कांगेस कार्यकर्ताआें की टोलियों ने इन दुकानों को बंद करवा दिया। सर्तकता व समर्थन के चलते मुख्य बाजार में से रौनक नदारद दिखी। हालांकि दुकानें बंद कराने पहुंचे कांग्रेस नेताओं और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को आम जनता ने सवाल भी पूछे और अपने स्तर पर ही चुनाव के वक्त इस महंगाई के मुद्दे को लेकर राजनैतिक पार्टियों को सबक सिखाने की नसीहत भी दी। बंद के दौरान हॉस्टिपल, मेडिकल शॉप, पैथलेब एवं शिक्षण संस्थानों और बाबा रामदेव के भंडारे व मंदिर के नीचे के क्षेत्र को बंद से मुक्त रखा गया था। कांग्रेसियों ने बंद को व्यापारिक, औद्योगिक संगठनों और आम जनता का समर्थन बताया लेकिन बंद के दौरान अधिकांश बाजारों में सुबह दस बजे के बाद बाजार खुलते और बंद होते नजर आए। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश छोटे बडे़ गांवों और कस्बों में बंद के दौरान अधिकांश बाजार खुले नजर आए।
हर-हर मोदी के नारे लगाए
बंद के दौरान कई स्थानों पर दुकानदारों ने कांग्रेस कार्यकर्ताआें द्वारा जबरदस्ती बंद करवाने पर विरोध भी जताया। एमजीएच रोड स्थित रायबहादुर बाजार में दुकानदारों ने इस बंद का विरोध करते हुए दुकानें खुली रखी और हर-हर मोदी के नारे लगाए। वहीं खांडाफलसा और त्रिपोलिया में भी दुकानदारों ने बंद का विरोध जताया। यहां भी मोदी के समर्थन में नारेबाजी हुई।
बाहरी क्षेत्रों में आंशिक असर
बंद का व्यापक असर शहर के भीतरी बाजारों में देखा गया। नई सडक़, सोजती गेट, जालोरी गेट, सरदारपुरा बी और सी रोड, गोल बिल्डिंग, चौपासनी रोड, पावटा, रातानाडा, जलजोग चौराहा आदि स्थानों पर बाजार बंद रहे। वहीं भदवासिया, मंडोर, कुड़ी भगतासनी, चौपासनी हाउसिंग बोर्ड, बासनी, सूरसागर आदि स्थानों पर बाजार खुले रहे।
पुलिस छात्रसंघ चुनाव में व्यस्त
सोमवार को ही विश्वविद्यालय और कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव थे। ज्यादातर पुलिस बल इस चुनाव में लगा हुआ था इस कारण शहर की सडक़ों, बाजारों और चौराहों पर नाममात्र का पुलिस बल दिखाई दिया। हालांकि पुलिस चुनाव के साथ बंद को लेकर चाक-चौबंद दिखाई दी। कई स्थानों पर पुलिस ने जबरदस्ती दुकानें बंद करवा रहे कार्यकर्ताआें को भी रोका।
कांग्रेस ने किया सफल का दावा
कांग्रेस ने बंद की सफलता का दावा किया है। संभागीय प्रवक्ता डॉ अजय त्रिवेदी ने बताया कि बंद को सफल बनाने के लिए सरदारपुरा विधानसभा में राजेन्द्र सोलंकी, सूरसागर के जगदीश सांखला और शहर विधानसभा में अनिल टाटियां को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वार्ड और ब्लॉक स्तर पर बंद को सफल बनाने के लिए सुबह से ही कार्यकर्ता और नेताओं ने बाजारों में घूमना शुरू कर दिया थ। जालोरी गेट पर कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और आमजन को बंद का समर्थन करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया।



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