शनिवार, 15 सितंबर 2018

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ…

जोधपुर। विघ्नहर्ता गणपति महाराज का जन्मोत्सव यानि की गणेश चतुर्थी पर्व प्रदेश की धार्मिक नगरी सूर्यनगरी में गुरुवार को धूमधाम व श्रद्धापूर्वक मनया गया। इस अवसर पर मंदिरों के साथ घरों में भी भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की गई। मंदिरों में स्थापित गजानन को विभिन्न तरह की रत्नजडि़त पोशाक और सोने-चांदी के मुकुट धारण करवाए गए। गणेश मंदिरों में कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए। गणेश मंदिरों में दिनभर श्रद्धालुआें की दर्शनों के लिए भीड़ लगी रही।
पूरे शहर में गुरुवार को भगवान गणेश का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। शहर के प्रमुख गणेश मंदिर रातानाडा स्थित गणेश टेकरी, सोजती गेट स्थित गणेश मंदिर, इश्किया गजानंदजी मंदिर के साथ ही शहर के सभी गणेश मंदिरों पर गुरुवार को गणेश चतुर्थी पर दिनभर धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। शिवसेना की ओर से गणेश महोत्सव के तहत जालोरी गेट चौराहे पर मुख्य गणेश प्रतिमा स्थापित की गई है। इसके साथ ही विभिन्न कॉलोनियों, मौहल्लों और व्यापारिक क्षेत्रों में शुभ मुहूत्र्त में गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई जिनका अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन होगा। उत्सव को लेकर शहर में जगह-जगह आकर्षक पांडाल सजाए गए है।

51 हजार लड्डुओं का भोग

रातानाडा टेकरी स्थित गणेश मंदिर में भगवान गणेश को गुरुवार को 51 हजार लड्डुओं का भोग लगया गया। इससे पहले सुबह सवा पांच बजे विनायक की आरती हुई। मंदिर के पुजारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि प्रगट गजानंद महाराज मंदिर में गणेश चतुर्थी पर गुरुवार सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩे लग गई। यहां भगवान गणेश और रिद्धि-सिद्धि का विशेष श्रृंगार किया गया। मंदिर परिसर में आकर्षक रोशनी की गई। सुबह सवा पांच बजे मंदिर में आरती हुई। हरिराम शास्त्री महाराज सहित अन्य संतों के सान्निध्य में आरती हुई। इसके बाद शुभ मुहूत्र्त में महापौर घनश्याम ओझा और जेडीए अध्यक्ष प्रो. महेंद्रसिंह राठौड़ ने मंदिर पर ध्वजारोहण किया। मंदिर परिसर में भक्तों को दिनभर प्रसादी का वितरण किया गया।

यहां भी लगी रही भीड़

सोजती गेट गढ़ लंबोदर गणेश मंदिर व जूनी धान मंडी स्थित गुरु गणपति मंदिर में भी विशेष धार्मिक आयोजन किए गए। प्रतापनगर गणेश चौराहा स्थित गणपति मंदिर में गणपति महोत्सव धूमधाम से शुरू हुआ। इसके अलावा भीतरी शहर में जूनी मंडी स्थित इश्किया गजानंद मंदिर, सिद्धि विनायक मंदिर, चांदपोल के बाहर मिनका नाड़ी पर चिंतामणि महागणपति का तंत्रोक्त व शास्त्रोक्त विधि से विशेष पूजन हुआ। किला रोड स्थित महादेव अमरनाथ मंदिर में उच्छिष्ट गणपति मंदिर सहित विभिन्न गणपति मंदिरों में दिनभर आयोजन चले। गणपति महोत्सव समिति की ओर से जूनाखेड़ापति हनुमान मंदिर में दोपहर में गणपति प्रतिमा की स्थापना की गई। कार्यक्रम संयोजक प्रकाश सिंह भाटी ने बताया जल प्रदूषण की समस्या को ध्यान में रखकर इस बार मिट्टी से बनी प्रतिमा की स्थापना की गई है।

जोधपुर में बढ़ रहा क्रेज

इधर महाराष्ट्र की तर्ज पर जोधपुर में भी गणेश पूजा का दिन ब दिन क्रेज बढ़ता जा रहा है। शहरवासी अब घरों में मूर्ति स्थापित कर दस दिनों तक गणपति का जन्मोत्सव मनाने लगे है। इसके साथ ही शहर भर में लोगों ने जलाशयों को प्रदूषण से बचाने के लिए मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं को स्थापित करने में रूचि दिखाई है। गणेश चतुर्थी को लेकर मंदिरों में दर्शनार्थियों को दर्शन आसानी से हो इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए है। पुलिस प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए पर्याप्त जाब्ता तैनात किया है।



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