रविवार, 19 अगस्त 2018

पीपाड़ सिटी में पंचायत समिति भवन बनाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज

जोधपुर। पंचायत समिति बचाओ संघर्ष समिति द्वारा पंचायत समिति भवन को पीपाड़ सिटी के स्थान पर रिंया गांव में बनाए जाने के विरोध में किए जा रहे आंदोलन के दूसरे चरण में शनिवार को तीसरे दिन 23 जने भूख हड़ताल पर बैठे तथा मांगों को नहीं माने जाने की स्थिति में उक्त आंदोलन को और तेज करते हुए 19 अगस्त से आमरण अनशन व अनिश्चितकालीन हड़ताल किए जाने की चेतावनी दी।

  • दूसरे चरण के तीसरे दिन 23 जने बैठे भूख हड़ताल पर, आज से आमरण अनशन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी

पंचायत समिति बचाओ संघर्ष समिति के भैरूसिंह खारिया ने बताया कि वर्तमान में पंचायत समिति पीपाड़ में ही संचालित है। पंचायत समिति का नाम भी पीपाड़ पंचायत समिति रखा गया है लेकिन अब पंचायत समिति का नया भवन पीपाड़ सिटी मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत रिंया में बनाया जा रहा है जिससे नानाण, मादलिया, बोरुंदा, हरियाढाणा, रणसी गांव, साथीन, कोसाना, चौकड़ी सहित एक दर्जन से अधिक गांवों की ग्रामीण जनता को पंचायत समिति के नए भवन में आने जाने के आवागमन को लेकर बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वर्तमान में उपखंड कार्यालय तहसील कार्यालय पीपाड़ सिटी में संचालित है। यदि पंचायत समिति रिंया ग्राम में में बनती है तो ग्रामीण क्षेत्र की भोली भाली गरीब जनता को अपने कार्य के लिए इधर-उधर चक्कर लगाने पड़ेंगे साथ ही उन्हें समय के साथ आर्थिक नुकसान भी होगा जो जनहित में नहीं है।

संघर्ष समिति सदस्य वीपी सिंह कुङ ने बताया की 18 ग्राम पंचायतों के सरपंच 13 मंडल सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य पीपाड़ सिटी में पंचायत समिति भऩ बनाने के पक्ष में हैं। साथ ही अधिकांश ग्रामीणों की भी इच्छा है कि पंचायत समिति भवन पीपाड़ मुख्यालय पर ही बने। शनिवार को उपखंड कार्यालय के समक्ष जारी आंदोलन के तीसरे दिन पीपाड़ सिटी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों लोग धरने पर उपस्थित थे।

यह बैठे भूख हड़ताल पर

सुखदेव सैनी, महेंद्र टाक, राजेंद्रसिंह, विजय परिहार, धर्मेंद्र, प्रकाश, अबुल कलाम, प्रमोद, आशीष, सुमेरसिंह, विजयराज सोनी, गुदडऱाम, दलाराम, बाबूलाल, बगदाराम, गौरव, कल्याणसिंह, बीजाराम, बोरुंदा भरत, अजय, अर्जुन, सुरेंद्र और महेंद्र सिलारी आदि भूख हड़ताल पर बैठे।

 



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