मंगलवार, 28 अगस्त 2018

डॉ. नन्दकिशोर आचार्य  का एकल काव्य पाठ आज

जोधपुर। साहित्यिक संस्था प्रज्ञा एवं लायंस क्लब ईस्ट जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में 29 अगस्त को शाम 5.30 बजे देश के सुविख्यात कवि, चिंतक व आलोचक डॉ. नन्दकिशोर आचार्य के एकल काव्य पाठ का आयोजन महिला पीजी महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त शाइर, चिंतक व आलोचक शीन काफ़ निज़ाम की अध्यक्षता में होगा।

प्रज्ञा के अध्यक्ष राकेश मूथा ने बताया कि बीकानेर में जन्मे अज्ञेय द्वारा संपादित चौथा सप्तक के कवि डॉ. नन्दकिशोर आचार्य की कविताओं से उनके लोक और समाज-सांस्कृतिक परिवेश की अनुगूंजें ध्वनित होती है। अज्ञेय की काव्य तितीर्षा, साहित्य का अध्यात्म, लेखक की साहित्यिकी, सभ्यता का विकल्प, शिक्षा का सत्याग्रह और संस्कृति की सामाजिकी उनकी प्रमुख आलोचना पुस्तकें है एवं उनके कविता संग्रहों में जल है जहां, वह एक समुद्र था, शब्द भूले हुए, आती है जैसे मृत्यु, छीलते हुए अपने को, आकाश भटका हुआ आदि प्रमुख है। इनके अलावा ब्राडस्की, लोर्का और आधुनिक अरबी कविताओं सहित अनेकों दूसरी भाषाओं की श्रेष्ठ कविताओं के आप द्वारा बेहद सुंदर अनुवाद प्रस्तुत किए गए है। डॉ. नन्दकिशोर आचार्य को सर्वोच्च मीरा पुरस्कार’, बिहारी पुरस्कार, भुवनेश्वर पुरस्कार, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी अवार्ड जैसे अनेक पुरस्कारों से नवाज़ा जा चुका है।

 



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें