जोधपुर। स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए पश्चिमी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने चौकसी में इजाफा किया है। यहां खुफिया विभिन्न एजेंसियों की ओर से मिले इनपुट के कारण चौबीस घंटे जवानों को मुस्तैद रहने के लिए कहा गया है। आगामी स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल ऑपरेशन अलर्ट भी चला रहा है जो 22 अगस्त तक चलेगा। इस अभियान में बीएसएफ सीमा पर नये हथियारों को परख रहा है। बीएसएफ के उच्चाधिकारी भी सीमा क्षेत्र में पहुंचकर जवानों की पेट्रोलिंग सहित हालात का जायजा लेकर उनकी हौसला अफजाई कर रहे है।
सीमा सुरक्षा बल की तरफ से प्रत्येक स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस सहित सर्दी एवं गर्मी के मौसम में खास चौकसी का अभियान चलाया जाता है। इस बार राजस्थान से लगती पाक सीमा पर बीएसएफ ने आठ अगस्त को ऑपरेशन अलर्ट शुरू किया था जो 22 अगस्त तक चलेगा। इस अभियान के तहत बीएसएफ के अधिकारी और जवानों का अधिकाधिक मूवमेंट सीमा क्षेत्र में रहेगा। सीसुब अभियान के दौरान नए हथियारों और तकनीकी को परखा जा रहा है। बीएसएफ के अधिकारियों के अनुसार सीमा सुरक्षा बल के जवान और अधिकारी पिछले 52 साल से देश की सीमाओं की सुरक्षा पूरी मुस्तैदी के साथ करते आ रहे है। विशेष अवसरों पर बल ऑपरेशन अलर्ट जैसा अभियान चलाता है।
एजेंसियों ने दिए इनपुट
भारतीय स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले ही पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का स्थापना दिवस भी रहता है। इसको लेकर सीमा के उस पार पाकिस्तानी रेंजर्स की गतिविधियों में भी तेजी आ जाती है। जिसे देखते हुए सीमा सुरक्षा बल हर बार 15 अगस्त के मौके पर ज्यादा मुस्तैदी बरतता है, वहीं पिछले दिनों देश की राजधानी दिल्ली में एनआईए ने लश्कर ए तौयबा का एक आतंकी पकड़ा जा चुका है। इस संबंध में विभिन्न एजेंसियों की ओर से सीमा सुरक्षा बल को भी इनपुट मिले है। गौरतलब है कि पाकिस्तान से लगते सीमा क्षेत्र में तनाव के हालात है। यहां तक कि ईद के मौके पर सीसुब ने पाकिस्तान के रेंजर्स से मिठाइयों का आदान-प्रदान भी नहीं किया था।
अभियान की प्रमुख बातें
-सीमा पार से किसी तरह की गड़बड़ी अथवा भारत विरोधी गतिविधि का समय रहते मुंह तोड़ जवाब देने के लिए बल के जवान दिन-रात पेट्रोलिंग में जुटे रहते है।
-सीमा पार से किसी तरह की अवांछनीय हरकत का तुरंत जवाब देने को जवान तत्पर है।
-बल के अधिकारी भी ज्यादा से ज्यादा समय सीमा क्षेत्र में ठहराव कर और जवानों के बीच रहकर उनकी हौसला अफजाई करते है।
-अभियान अवधि में सीसुब सीमाओं की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के साथ नए हथियारों और नवीनतम तकनीक को भी परखा जा रहा है।
– ऑपरेशन अलर्ट 16 दिन तक चलाया जाएगा।
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