जोधपुर। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन के आह्वान पर ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल गुरुवार को भी जारी रही। हड़ताली ट्रांसपोर्टरों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। इसमें जरूरी समान फल-सब्जी, दूध के परिवहन करने वाले ट्रांसपोर्टरों को भी हड़ताल में शामिल किया जाएगा।
सूर्यनगरी गुड्स ट्रांसपोर्ट ऑनर वेलफेयर सोसायटी सोसायटी के अध्यक्ष पवन भूतड़ा व सचिव विरेन्द्र तेहन ने बताया कि जीएसटी में ई-वे बिल पार्ट बी की अनिवार्यता समाप्त करने, ट्रांसपोर्ट ई-वे बिल की छोटी गलती के तहत चालान नहीं करने, राष्ट्रीय व राज्य मार्ग टोलमुक्त करने, आयकर की धारा 44 अ ई में संशोधन करने, डीजल की कीमतें देश भर में समान व नियंत्रित रखने तथा बीमा की रकम थर्ड पार्टी की दर कम करने की मांगों को लेकर हड़ताल करीब एक सप्ताह से हड़ताल जारी है। हड़ताल में जोधपुर के लगभग 8 सौ ट्रांसपोर्ट कंपनियों के साथ ही करीब 40 हजार ट्रकों का चक्काजाम चल रहा है। इस कारण लगभग 1 हजार से भी ज्यादा टैक्सी ड्राइवर व हमाल बेरोजगार हो रखे है। इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण केवल जोधपुर में ही करोड़ों रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। वहीं पूरे देश में कुल 4 हजार करोड़ प्रतिदिन नुकसान के साथ ही ट्रांसपोर्ट कंपनियों को लगभग 33 हजार करोड़ रुपए का प्रतिदिन ट्रेड व इंडस्ट्रीज को नुकसान हो रहा है।
इसके बाद भी सरकार ने सोसायटी के पदाधिकारियों को वार्ता का निमंत्रण तक नहीं दिया है। इस कारण अब उनकी मांगे नही मानने तक यह राष्ट्रव्यापी हड़ताल जारी रखने का आह्वान किया गया है। धरने के दौरान दिए जा रहे क्रमिक अनशन पर सोहन भूतड़ा, विरेन्द्र त्रेहन, महावीर सिंह चौधरी, श्रीकिशन भेड़ा, शहाबद्दुीन टाक, दलसिंह राजपुरोहित, अशोक राठी, ओमप्रकाश जैन, पारसमल जैन, लक्ष्मीकांत बजाज सहित कई पदाधिकारी अनशन पर बैठे।
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