मंगलवार, 24 जुलाई 2018

सडक़छाप रोमियो को प्रशिक्षित लड़कियां सिखाएगी सबक, महिला आयोग की ओर से केएन कॉलेज में सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण शिविर शुरू

जोधपुर। लड़कियों से छेड़छाड़ करने वाले सडक़छाप रोमियो को अब सूर्यनगरी की लड़कियां तुरंत जवाब देगी। इसके लिए उन्हें मानसिक, शारीरिक और विधिक तौर पर तैयार किया जाएगा। यह तैयारी राजस्थान महिला आयोग करवाएगा और इन लड़कियों को आयोग की ओर से बनाए जा रहे पिंक बेल्ट क्लब से जोड़ा जाएगा। जोधपुर में इसका शुभारंभ मंगलवार को कमला नेहरू महिला महाविद्यालय में विधिवत रूप से हो गया।

महिला आयोग की जोधपुर मंच की वरिष्ठ सदस्य सुमन पोरवाल ने बताया कि मंच के अन्य सदस्य विमला गट्टानी और नीलम मूंदड़ा के साथ मिलकर प्रदेश के दूसरे बड़े जिले की युवतियों को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण देने के चलते किए जा रहे प्रयास के तहत जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय द्वारा संचालित केएन गल्र्स कॉलेज में पांच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ विधायक सूर्यकान्ता व्यास द्वारा किया गया, जबकि समारोह की अध्यक्षता केएन कॉलेज की निदेशक डॉ. पूनम बावा ने की। वहीं राजस्थान पुलिस सेवा की अधिकारी सीमा हिंगोनिया विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थी। युवतियों को सेल्फ  डिफेंस का प्रशिक्षण राजस्थान एडवेन्चर स्पोट्र्स कलचरल एण्ड वेलफेयर सोसायटी के एक्सपर्ट द्वारा दिया जाएगा। केएन कॉलेज में यह प्रशिक्षण प्रशिक्षक राधा विश्नोई द्वारा दिया जाएगा।

पिंक बेल्ट क्लब

सुमन पोरवाल ने बताया कि कभी बस में, कभी गार्डन में, कभी कॉलेज के बाहर तो कभी ऑफिस में लड़कियों के साथ छेड़छाड़ के कई मामले सामने आते है। ज्यादातर मामलों में लड़कियां चुपचाप सब सहन कर लेती है और प्रतिवाद करती भी है तो वह ज्यादा दमदार नहीं होता। महिला आयोग तक तो यह मामले अक्सर पहुंचते ही नहीं और पहुंचते भी हैं तो काफी देर से। एेसे मे दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो पाती। इसी को देखते हुए राजस्थान महिला आयोग ने पिंक बेल्ट क्लब बनाने की पहल की है ताकि लड़कियां छेड़छाड़ करने वालों से मौके पर ही निपट सकें। उसी के तहत यह प्रशिक्षण जयपुर के बाद अब जोधपुर में दिया जा रहा है। इस पिंक बेल्ट क्लब के जरिये हम यही कोशिश कर रहे है कि लड़कियों में वह जज्बा पैदा करें कि एेसी घटनाओं का वे मौके पर ही पूरी तैयारी के साथ मुकाबला कर सकें। यह भी देखने में आया है कि लड़कियां हिम्मत दिखाती है तो बाकी लोग भी सहायता के लिए आगे आ जाते है।

 



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