बुधवार, 10 अगस्त 2016

उत्साह के बीच मना अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस 

दमण, सं. प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी ९ अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस उत्साह के बीच मनाया गया. इस अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये आदिवासी समाज के लोगों को उनके हक-अधिकार के प्रति जहां जागरूक किया गया वहीं समाज के लोगों ने अपनी कई समस्याओं से भी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया. जानकारी के अनुसार दमण-दीव प्रशासन एवं आदिवासी समाज द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन मंगलवार को किया गया. नानी दमण स्थित कोली पटेल समाज हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में आदिवासी समाज के प्रतिभावान छात्रों को मेडल एवं प्रमाण-पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया. कार्यक्रम में आदिवासी समाज द्वारा आदिवासी संस्कृति का दर्शन कराते हुए नृत्य एवं नाटक की भी प्रस्तुति दी गयी. अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में आदिवासी समाज की जरूरतों एवं दिक्कतों पर प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया गया. साथ ही आदिवासी समाज के लिए जारी योजनाओं को उन्हें महत्तम लाभ दिये जाने की मांग भी की गयी. इस कार्यक्रम में दमण समाहर्ता उमेश कुमार त्यागी, उपसमाहर्ता करणजीत वडोदरिया, भाजपा अध्यक्ष गोपाल टंडेल, जिला पंचायत अध्यक्ष सुरेश पटेल, नपा अध्यक्ष अनिल टंडेल, विशाल टंडेल, तरूणाबेन पटेल, धोडी समाज के अध्यक्ष धीरू धोडी, हलपति समाज के अध्यक्ष विक्रम हलपति, कचीगाम सरपंच फकीर धोडी एवं समाज के अग्रणी एवं काफी संख्या में लोग मौजूद थे. इस मौके पर दमण जिला समाहर्ता उमेश कुमार त्यागी ने अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर सभी को बधाई दी और कहा कि सबसे पहले हमारे देश के वासी आदिवासी ही है. उन्होंने कहा कि यहां पर कई लोगों ने विभिन्न प्रकार की समस्यांओं जिसमें शिक्षा, हेल्थ, पेंशन सहित अन्य से अवगत कराया है. पेंशन योजना के संबंध में जल्द ही विचार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान उन्होंने हॉकी में पहला गोल्ड मेडल भारत को उपलब्ध कराने वाले जयपार सिंह के बारे में भी बताया. इस मौके पर समाज के अग्रणी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ९ अगस्त को पूरे विश्व में आदिवासी दिवस मनाया जाता है. दमण में भी आदिवासी समाज रहते है तो सभी में एकता, भाईचारा बनी रहें इस दृष्टिकोण से यहां पर भी यह दिवस उत्साह से मनाया गया. उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि दमण में भारत के मूल निवासी यानि आदिवासी बसते है. समाज को एक मंच पर लाने तथा आदिवासी संस्कृति को बरकरार रखने के लिए यह कार्यक्रम किया गया. जिसमें हमने जहां अपनी समस्याओं से उपस्थित अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया वहीं समाज के लोगों को उनके हक-अधिकार के प्रति जागरूक भी किया गया.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें