बुधवार, 27 जुलाई 2016

दमण-दीव के लोगों के लिए प्रधानमंत्री का नया पड़ोसी धर्म - केतन पटेल 

शिक्षक भर्ती में करीब ७० प्रतिशत बाहरी लोगों का समावेश, स्थानिकों में निराशा

दमण, सं. संघ प्रदेश दमण-दीव के लोगों में अपने भविष्य को लेकर काफी निराशा व्याप्त हो चुका है. गत लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब यहां चुनाव प्रचार करने आये थे तब उन्होंने लोगों से पड़ोसी धर्म निभाने का वचन दिया था. परन्तु सरकारी नौकरियों में जिस तरह से स्थानीय युवाओं के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है और बाहरी लोगों को मौका मिल रहा है उससे सभी में घोर निराशा है.

करीब तीन दिन पूर्व संघ प्रदेश दमण में अपर प्राईमरी टीचरों के भर्ती से संबंधित परिणाम घोषित किया गया. जिसमें करीब ७० प्रतिशत बाहरी लोगों का समावेश हुआ है. इसमें साइंस विषय में दमण के १०, दीव के १५ के अलावा गुजरात तथा अन्य राज्यों से ४, इंग्लिश विषय में दमण के २, दीव के ० के अलावा गुजरात एवं अन्य राज्यों से १२, आर्ट्स गुजराती मीडियम में दमण के १, दीव के ७ के अलावा गुजरात एवं अन्य राज्यों से १६, आर्ट्स अंगे्रजी माध्यम में दमण के ६, दीव के २ के अलावा गुजरात एवं अन्य राज्यों से १३ शिक्षकों को शामिल किया गया है. इसी प्रकार से प्राईमरी शिक्षक कांट्रेक्ट बेसिक पर दमण के १ तथा बाहर के ५ शिक्षकों को शामिल किया गया है. सरकार एवं प्रशासन के इस रवैये पर नाराजगी व्यक्त करते हुए दमण-दीव कांगे्रस अध्यक्ष केतन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा चुनाव में दमण आये थे तब उन्होंने खुले मंच से वचन दिया था कि चुनाव जीतने के बाद मैं यहां के लोगों के साथ पड़ोसी धर्म निभाउंगा. पड़ोसी धर्म निभाना तो दूर यहां के युवाओं का भविष्य अंधकार के गर्त में समाता जा रहा है. क्योंकि प्रदेश के सरकारी नौकरियों में बाहरी लोगों का समावेश, स्थानिकों के साथ धोखा है. उन्होंने कहा है कि शिक्षकों की भर्ती में गुजरात एवं दिल्ली के अधिकतर लोग शामिल हुये है. ऐसे में अब लगता है कि भाजपा के सरकार में दमण के स्कूलों को भी बंद कर देना चाहिए क्योंकि बच्चे पढ़ेंगे तो आगे चलकर उन्हें यहां के सरकारी नौकरी का लाभ भी नहीं मिलने जैसा लग रहा है और जब नौकरी नहीं मिलेगी तो फिर प्रदेश के युवा क्या करेंगे? क्या भारतीय जनता पार्टी एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यही है अच्छे दिन कि प्रदेश की सरकारी नौकरियों में बाहरी युवाओं का समावेश हो रहा है. केतन पटेल ने कहा है कि स्थानीय सांसद को सिर्फ फोटो खिंचवाने से कार्य नहीं होगा बल्कि उन्हें जनहित के कार्यों पर विशेष ध्यान देना चाहिए. भाजपा की केन्द्र में सरकार है तो यहां के लोगों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता देनी चाहिए. भाजपा सांसद, फोटों खिंचवायें तो हमें कोई समस्या नहीं लेकिन उन्हें प्रदेश के युवाओं के भविष्य के बारे में भी सोचना चाहिए. क्योंकि आये दिन सरकारी नौकरियों में बाहर के लोगों को शामिल किया जा रहा है. संघ प्रदेश दमण-दीव, दादरा नगर हवेली की सरकारी नौकरियों में इससे पूर्व में भी कई बाहरी लोगों का समावेश हो चुका है.

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