बुधवार, 15 अप्रैल 2020

झारखंड : घर भेजने को लेकर मजदूरों ने क्वारंटाइन सेंटर में की भूख हड़ताल

जमशेदपुर से कुछ किलोमीटर दूर गालूडीह के महुलिया उच्च विद्यालय में क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे 84 मजदूर मंगलवार को घर भेजने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर धरने पर बैठ गए। इनमें गढ़वा और पलामू के 78 तथा जामताड़ा के 6 मजदूर हैं। इसकी जानकारी मिलने पर बीडीओ संजय दास और गालूडीह थाना प्रभारी प्रभात कुमार महुलिया उच्च विद्यालय पहुंचे। करीब एक घंटा समझाने के बाद मजदूरों ने दोपहर में नास्ता किया। 

गालूडीह थाना प्रभारी प्रभात कुमार ने 24 घंटे का अश्वासन मजदूरों को दिया है कि इस अवधि में कुछ न कुछ निर्णय अवश्य हो जायेगा। क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे आशीश कुमार यादव ने बताया कि जब हमलोगों को टाइन में रखते वक्त बताया गया था कि यह अवधि 14 दिनों की होगी। उन्होंने बताया कि हमलोग तो यहां ठीक हैं, लेकिन घर पर परिवार के लोगों का हाल बेहाल है। गांव के दुकानदारों ने उधार देना बंद कर दिया है। अकेली पत्नी और बच्चों को देखने वाला कोई नहीं है। ऐसे में केवल अपना पेट भरने से क्या फायदा जब परिवार भूखा हो। प्रशासन द्वारा 14 दिनों बाद मेडिकल जांच हुई थी। सभी की रिपोर्ट निगेटिव है फिर भी हमलोगों को यहां रखा गया है।

उन्होंने बताया कि गालूडीह थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद हमलोग भूख हड़ताल तोड़ रहे हैं। मगर 24 घंटे के अंदर कोई निर्णय नहीं हुआ तो वे लोग अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। इस मुद्दे को लेकर बीडीओ ने उपायुक्त को सारे मामले से अवगत करा दिया है। साथ ही कहा है कि उपायुक्त के कुछ आदेश आने के बाद ही आगे की कारवाई की जायेगी।

बता दें कि कुछ दिनों पहले ओडिशा के जाजपुर से गढ़वा और पलामू जाने के क्रम में सालबनी के पास भीड़ देखकर प्रशासन को ग्रामीणों ने जानकारी दी थी। उसी दिन से सभी की जांच कर 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में महुलिया उच्च विद्यालय में रखा गया था। 



source https://krantibhaskar.com/hindi/news/state-news/jharkhand-news/6730/

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