वापी। रविवार को मुख्यमंत्री विजय रुपाणी उदवाड़ा में चल रहे इरानशाह उदवाड़ा उत्सव में सहभागी हुए। उन्होंने कहा कि 13 सौ वर्ष पहले धर्म की रक्षा के लिए अपना वतन छोड़कर भारत आने वाले पारसी समरसता और बंधुत्व का श्रेष्ठ उदाहरण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए वतन छोडऩे के लिए मजबूर होने वाले लोग वतन से दूर होने की पीड़ा समझ सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि धर्म रक्षा के लिए देश छोडऩे को मजबूर होकर और बरसों तक शरणार्थी बनकर तकलीफ सहने वालों के प्रति संवेदनशीलता के साथ उन्हें नागरिकता देने वाले नागरिकता बिल का वोटबैंक की राजनीति के कारण विरोध करने वाले लोग स्वयं गुमराह हैं। उन्होंने कहा कि सीएए किसी की नागरिकता छीनने वाला बिल नहीं है। मुख्यमंत्री रुपाणी ने कहा कि गुजरात और भारत सरकार सदा सर्वदा पारसी कौम के सुख दु:ख के साथ रहेगी और साथ मिलकर प्रजा के कल्याण के लिए काम करने की भावना भी व्यक्त की। उल्लेखनीय है कि समग्र विश्वमें से यात्री यहां पवित्र अग्नि के दर्शन करने आते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पारसी समाज के अद्भुत प्रदान को समझकर उनके गौरवपूर्ण इतिहास को विश्व विख्यात बनाने के लिए उदवाड़ा में इरानशाह उत्सव शुरू किया गया। इस तीन दिवसीय उत्सव में हेरीटेज वॉक फोटो गैलेरी, स्ट्रीट आर्ट, टजर हंट स्पर्धा, एन्टीक घड़ी जैसे वस्तुओं का प्रदर्शन और बिक्री, पारसी समाज की स्वादिष्ट व्यंजनों और कला संस्कृति के प्रदर्शन का मेला भी आयोजित किया गया है।
source https://krantibhaskar.com/chief-minister-joins-iranshah-udwada-festival-held-in-udwara/
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