गुरुवार, 17 अक्तूबर 2019

करवा चौथ आज, दमकेगा खुशियों का चांद

करवा चौथ आज, दमकेगा खुशियों का चांद

जोधपुर। अखंड सौभाग्य, सुख समृद्धि की कामना से जुड़ा करवा चौथ पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। इस बार करवा चौथ पर विशेष संयोग बन रहा है। कार्तिक मास की चतुर्थी को मनाए जाने वाले करवा चौथ पर इस बार खास योग बनने के कारण यह और भी शुभ फलदायी होगा। इस वर्ष करवा चौथ पर 70 साल बाद रोहिणी नक्षत्र और मंगल का विशेष योग बन रहा है। यह संयोग करवा चौथ के पूजन को अधिक मंगलकारी बना रहा है। इसमें पूजन का फल हजारों गुना अधिक रहेगा।

शहर के बाजारों में त्यौहारी रौनक देखते ही बन रही है। एक ओर जहां दिवाली के लिए बाजार सज रहे है वहीं पति पत्नी के प्रेम और समर्पण का पर्व करवा चौथ की खरीदारी के लिए महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही है। करवा चौथ पर गुरुवार को खुशियों का चांद दमकेगा। साथ ही इस दिन कई विशेष संयोग भी देखने को मिलेंगे। पति के बेहतर स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए नवविवाहिताएं व सुहागिनें दिनभर निर्जला रहेगी। फिर शाम को सोलह शृंगार कर पूजा-अर्चना के बाद चांद को अघ्र्य देकर व्रत खोलेगी। इसके बाद परिवार के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेगी। इसके अलवा विभिन्न स्थानों पर सामूहिक उद्यापन के कार्यक्रम भी होगे। वहीं शादी के बाद पहला करवा चौथ मनाने वाली युवतियों के लिए यह पर्व खास रहेगा।

यह बन रहा संयोग

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का त्योहार मनाया जाता है। ये तिथि इस बार 17 अक्टूबर को है। करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र का होना अपने आप में अद्भुत संयोग है। चंद्रमा में रोहिणी का योग होने से मार्कंडेय और सत्यभासा योग बन रहा है। यह योग चंद्रमा की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय पत्नी रोहिणी के साथ होने से बन रहा है। सुहागिनों के लिए यह बेहद फलदायी होगा। यह योग भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभासा के मिलन के समय भी बना था। चतुर्थी 17 अक्टूबर को की सुबह 6.48 शुरू होगी और अगले सुबह 7.29 बजे तक रहेगी। सरगी सुबह 6.21 बजे से पहले ही खानी होगी। व्रत 6.21 बजे से रात 8.18 बजे तक रहेगा। व्रत का समय 13 घंटे 56 मिनट रहेगा।

नवविवाहिताआें में उत्साह

शादी के बाद पहली बार करवा चौथ पर्व मनाने वाली नवविवाहित महिलाओं में विशेष उत्साह है। व्रती महिलाएं सूरज डूबने के बाद मां गौरी का पूजन कर चन्द्रोदय होने तक बुजुर्ग महिलाओं से करवा चौथ से जुड़ी पौराणिक कथाएं सुनेंगी। हिंदू मान्यताओं के मुताबिक चंद्रमा को भगवान ब्रह्मा का रूप माना जाता है और चांद को लंबी आयु का वरदान मिला हुआ है। चांद में सुंदरता, शीतलता, प्रेम, प्रसिद्धि और लंबी आयु जैसे गुण पाए जाते है इसीलिए सभी महिलाएं चांद देख कर ये कामना करती है कि ये सभी गुण उनके पति में आ जाएं।

तैयारियां अंतिम दौर में

करवा चौथ के लिए तैयारियां अंतिम दौर में हैं। बाजारों में भी इस अहम त्यौहार की रौनक दिखाई दे रही है। ज्वैलरी और फैशन स्टोर पर नये डिजाइन का सामग्री मिल रही है। महिलाएं साज श्रृंगार का सामान खरीदने के साथ ही पूजन सामग्री भी खरीद रही है। खासतौर पर साडिय़ां, कॉस्मेटिक, बुटीक में खासी भीड़ रही। इसके साथ ही सडक़ किनारे पूजन की सामग्री बेचने वालों के पास भी महिलाओं की भीड़ रही। चौथ के चांद के दीदार से पहले शहर की महिलाएं मार्केट का दीदार कर रही है। करवाचौथ पर ज्यादातर महिलाएं लाल और मरून कलर लेना पसंद करती हैं। यही वजह है कि साडिय़ों की दुकानों में सबसे ज्यादा इन्हीं रंगों की खरीदारी की जा रही है। दुकानदारों की माने तो इन्हीं रंगों में हैवी वर्क वाली साडिय़ां खूब बेची गई। पिछले तीन से चार दिनों में महिलाओं के बीच जमकर खरीदारी हुई। करवा चौथ को ध्यान रखते हुए लाल रंग के कई कलर टोन लाए गए थे।

 



source https://krantibhaskar.com/karva-chauth-aaj-damega-khushi/

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