जोधपुर। श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागछ के तत्वाधान में चल रही नव दिवसीय नवपद ओली आराधना तप जप पारणे के साथ संपन्न हुई। इस दौरान ट्रस्ट मंडल की ओर से लाभार्थी व आराधकों का बहुमान किया गया।
संघ प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया कि साध्वी प्रफुल्लप्रभा व साध्वी वैराग्यपूर्णा आदि के सान्निध्य में नगर स्थित रत्न प्रभ धर्म क्रिया भवन में सामूहिक लाभार्थी परिवारों द्वारा नवपद ओली आंयम्बिल आराधना के दरमियान देव गुरु धर्म तत्व पर आधारित परमात्मा वाणी नवपद महिमा गुणगान एवं वल्लभ महिला मंडल द्वारा संगीतमय वातावरण के साथ संगीतमय नवपद विभिन्न परमात्मा पूजन तपस्वीओं के पारणे के साथ संपन्न हुई।
नवपद आराधना के दरम्यान कई आराधकों ने आराधना व आयंम्बिल तप में भाग लिया व तप ओली आंयम्बिल आराधकों का श्रावक मांंगीचंद पारसकंवर भंडारी परिवार महावीर राजासा ने प्रभावना व श्रावक मूलचंद हुंडियां परिवार द्वारा पारणे का लाभ लेकर कर बहुमान किया। इस अवसर पर वल्लभ महिला मंडल सहित कई श्रावक श्राविकाएं उपस्थित थे।
तप महिमा गुणगान करती हुई साध्वी प्रफुल्लप्रभा ने कहा कि तप भारतीय साधना का प्राण तत्व है। तप दमन नहीं शमन है। उन्होंने कहा कि सोना स्वर्ण तप कर कुंदन बनता है व शुद्ध होता है इसी तरह तप तपस्या से आत्मिक व शारीरिक विकार नष्ट होते हैं। साध्वी वैराग्यपूर्णा ने कहा कि जितना हो सके तप करो व तप की अनुमोदना से लाभ प्राप्त करो इससे आत्म कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा।
source https://krantibhaskar.com/worshipers-in-action-tenacity/
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