जोधपुर। जोधपुर सहित कई जिलों में अभी भी पाकिस्तान से आ रहे टिड्डी दलों का प्रकोप कायम है। बताया गया है कि पूरे प्रदेश में आठ जिलों में इन टिड्डियों का आतंक मचा हुआ है। इससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। इस नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को बताया है।
सीमावर्ती जिलों में पाकिस्तान से टिड्डी दलों की घुसपैठ हो रही है। इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। सीमावर्ती जिलों के साथ ही कुल आठ जिलों में टिड्डी दलों ने आतंक मचा रखा है। हालांकि टिड्डी दलों को नियंत्रित करने की कोशिश प्रशासनिक स्तर पर की जा रही है लेकिन फिर भी काफी जगहों पर टिड्डी दल नियंत्रण से बाहर है और लगातार फसलों पर धावा बोलकर किसानों की मेहनत पसीने से खेतों में खड़ी हुई फसल को चौपट कर रहे है। राज्य में टिड्डी दलों के आतंक से किसान काफी परेशान है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी टिड्डी दलों के प्रकोप पर चिंता जाहिर करते हुए केन्द्र सरकार को टिड्डी दलों के हमलों से हो रहे नुकसान के बारे में बताया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र से मदद मांगी है।
बता दे कि राजस्थान में मई में सीमावर्ती जिलों में टिड्डी दलों की घुसपैठ शुरू हुई थी जो कि तब से लगातार बनी हुई है। टिड्डी दलों के झुंड खेतों पर हमला बोलकर लगातार फसलों को चट कर रहे है। कई जिलों में खेतों के अंदर और ऊपर टिड्डी दल ही दिखाई दे रहे है। पिछले चार महीनों से राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, जालौर, चूरू, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में टिड्डियों का प्रकोप है। इस पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार की ओर से केन्द्र सरकार के टिड्डी चेतावनी संगठन के सहयोग से लगातार कार्यवाही की जा रही है लेकिन कुछ दिनों से पाकिस्तान की ओर से टिड्डी के नए स्वार्म और हॉपर्स के सीमा पार कर आ जाने से जैसलमेर, बीकानेर और जोधपुर जिलों में टिड्डी का प्रकोप ज्यादा बढ़ गया है। इससे फसलों को नुकसान होने की आशंका बनी हुई है। टिड्डी प्रकोप पर नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार से अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री ने केन्द्र से टिड्डियों के आतंक को खत्म करने के लिए नए दवा छिडक़ाव यंत्रों, मानव संसाधन और दवा के हवाई छिडक़ाव के लिए सुविधाएं मुहैया करवाने की मांग की है।
अब तक इतना सर्वेक्षण
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान में अब तक कुल 5 लाख 7 हजार 885 हैक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी के लिए सर्वेक्षण किया जा चुका है। करीब 1 लाख 50 हजार 892 हैक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण की कार्यवाही की गई है। राजस्थान में टिड्डी हमलों को रोकने के लिए सरकार ने टिड्डी चेतावनी संगठन के पास उपलब्ध 17 वाहनों के अतिरिक्त उसे 37 नियंत्रण वाहन भी उपलब्ध करवा रखे है। टिड्डी नियंत्रण के लिए कीटनाशकों का छिडक़ाव करने के लिए सरकार किसानों को अनुदान राशि भी उपलब्ध करवा रही है।
source https://krantibhaskar.com/from-to-stay-locust-parties-of/
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