रविवार, 29 सितंबर 2019

शिविर में दी रैगिंग के दुष्प्रभावों की जानकारी  

शिविर में दी रैगिंग के दुष्प्रभावों की जानकारी  

जोधपुर। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जोधपुर महानगर के सचिव सिद्धेश्वर पुरी द्वारा डॉ. सम्पूर्णानंद मेडिकल कॉलेज में एंटी रैगिग के संबंध में शिविर का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों को रैंगिग क्या है? इसके बारे में जानकारी प्रदान की। साथ ही बताया कि रैगिंग करना एक कानूनी अपराध है। रैगिंग में दोषी पाए जाने पर छात्र को कॉलेज से निष्कासित किया जा सकता है। सरकार द्वारा मिलने वाली छात्रवृति को भी रोका जा सकता है तथा कानूनों के तहत अपराध सिद्ध होने पर जेल भी हो सकती है। इससे छात्र का भविष्य खराब हो सकता है। इसलिए जितना हो सके अपराध प्रवृति के कार्य ना करे, पुलिस व कोर्ट के चक्करों से दूर रहे, अपना भविष्य बर्बाद ना करे, एक अच्छे डॉक्टर बनकर अपने पिता का नाम रोशन करे, समाज की सेवा करे, देश की सेवा करे व देश का नाम रोशन करे।

उन्होंने छात्रों को समझाया कि नवआगन्तुक छात्रों के साथ मित्र जैसा या अपने छोटे भाई-बहिन के साथ जो स्नेह पूर्वक व्यवहार करते वैसा ही व्यवहार करे, उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान करे व उनके कार्यो में सहायता करे जिससे नवागन्तुक छात्रों के दिलों में सदा आपके लिए सम्मान की भावना व आदर की भावना बनी रहे। शिविर में मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. एसएस राठौड, डॉ. पीके खत्री प्रोफेसर, डॉ. जयराम रावलानी प्रोफेसर व डॉ. आरसी चौधरी प्रोफेसर उपस्थित रहें।



source https://krantibhaskar.com/camp-in-the-ragging/

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