रविवार, 18 अगस्त 2019

तीज पर पति की दीघार्यु के लिए रखा व्रत

तीज पर पति की दीघार्यु के लिए रखा व्रत

जोधपुर। सुहाग की दीघार्यु और सुयोग्य वर की कामना को लेकर बड़ी उर्फ सत्तू तीज (कजली तीज) का व्रत रविवार को रखा गया। रात को चांद को अर्क देकर और पति की पूजा के बाद सुहागिन महिलाओं ने व्रत खोला। हालांकि काफी देर तक चांद बादलों की ओट में छिपा रहा। इस दौरान शाम को शहर के भीतरी क्षेत्र में मेले सा माहौल रहा।

मारवाड़ी महिलाओं का महापर्व कजली तीज रविवार को श्रद्धापूर्वक व धूमधाम से मनाया गया। पारंपरिक पर्व के तहत तीजणियों ने रविवार तडक़े उठकर धमोळी करने के बाद तीज का व्रत रखा। सुहागिन महिलाओं ने अखंड सुहाग की कामना और सुयोग्य वर के लिए कुंआरी कन्याओं ने बड़ी तीज का व्रत रखा। आज तीजणियां पूरे दिन निराहार रही। कजली तीज को लेकर व्रत करने वाली महिलाएं व युवतियां सुबह जल्दी उठने के साथ सजधज कर मंदिरों में दर्शन के लिए गई। इसके बाद बाग-बगीचों में लगे झूलों पर सात झूले खाकर पानी पिया। समय बिताने के लिए सिनेमा देखने के साथ पिकनिक स्थलों पर जाकर टाइम पास किया।

तीजणियों ने शाम को सोलह श्रृंगार करके मंदिरों में जाकर दर्शन किए और तीज माता की कथा सुनी। इस अवसर पर ठाकुरजी के मंदिरों को सजाया-संवारा गया। आकर्षक फूलों व रोशनी की सजावट के साथ मंदिरों में विशेष श्रृंगार किया गया। चंद्रोदय तक व्रत रखकर चंद्रदेवता की पूजा-अर्चना व पारणा करने के बाद तीजणियों ने व्रत खोला। इस दौरान पहले से तैयार किए गए गेहूं, चावल व बेसन के सत्तू का भोग लगाने के बाद पूरे परिवार के साथ बैठकर ग्रहण करने की परंपरा निभाई गई। उल्लेखनीय है कि मारवाड़ में बड़ी तीज को सत्तू तीज के रूप में मनाया जाता है। तीज पर्व की परंपरानुसार इस अवसर पर सगाई हो चुकी युवतियों ने अपने ससुराल से आए सिंजारे के रूप में व्यंजन ग्रहण किया था।

 



source https://krantibhaskar.com/teej-par-pati-ki-digharyu-k-le/

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