जोधपुर। संभाग के जैसलमेर जिले में स्थित पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में बुधवार शाम भारतीय सेना के एक युद्धाभ्यास के दौरान सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले टी-90 टैंक भीष्म का बैरल जोरदार धमाके के साथ फट गया। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई जवान पास में नही था। एेसे में बड़ा हादसा टल गया। संभवत: यह पहला मामला है जब सबसे बेहतरीन माने जाने वाले इस टैंक का बैरल फटा है। सेना ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है और विशेषज्ञों से जांच शुरू करवा दी है।
सैन्य सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना की एक टुकड़ी टी-90 टैंक की फायरिंग का अभ्यास कर रही है। टी-90 टैंक द्वारा टारगेट पर निशाने साधे जा रहे हैं। इसी दौरान बुधवार को एक टी-90 से फायर किए जाने के दौरान गोला टैंक के बैरल में ही फट गया। बैरल फटने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। अब सैन्य विशेषज्ञ इस बात की जांच कर रहे हैं कि गड़बड़ किस स्तर पर हुई।
सूत्रों ने बताया कि यह भी संभव है कि इस टैंक से दागे जाने वाले गोले में ही कुछ तकनीकी खराबी हो। भारतीय सेना बरसों से टी-90 टैंक का प्रयोग कर रही है। इस टैंक से कभी इस तरह का हादसा नहीं हुआ। हालांकि बोफोर्स जैसे तोपों में ऐसे हादसे पूर्व में हो चुके हैं। इन हादसों की जांच में मुख्य रूप से समस्या इससे दागे जाने वाले गोलों में ही पाई गई थी।
बता दे कि भारतीय सेना के पास वर्तमान में कुल 1070 टी-90 टैंक हैं। भारतीय सेना में इसे भीष्म के नाम से पहचाना जाता है। इसके अलावा सरकार ने चार माह पहले 13,500 करोड़ में 464 नए टी-90 टैंक खरीदने का सौदा किया है। 46 टन वजनी इस टैंक का निर्माण रूस ने किया है। इसे दुनिया के बेहतरीन टैंकों में माना जाता है। वर्ष 2001 से भारतीय सेना इस टैंक को प्रयोग कर रही हैं।
source https://krantibhaskar.com/indian-army-tank-bhishma/
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