जोधपुर। विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद आने वाले कुछ महीनों में होने वाले स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव में कांग्रेस और भाजपा का खेल बिगाडऩे को हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) तैयार हो रही है। दोनों ही दल संगठन को जमीनी तौर पर मजबूत करने में जुट गए है और अभी से प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी है।
विधानसभा चुनाव में बसपा और रालोपा ने कई सीटों पर कांग्रेस-भाजपा का खेल बिगाड़ा था। इसके बाद लोकसभा चुनाव में रालोपा ने नागौर की सीट भाजपा से गठबंधन कर हथिया ली। हाल में रालोपा ने जिला परिषद के उपचुनाव में ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा द्वारा खाली कई कई सीट पर भी रालोपा ने कब्जा कर लिया था। इन चुनावों के बाद रालोपा अब बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। बाड़मेर लोकसभा सीट पर भी कैलाश चौधरी की जीत में रालोपा का महत्वपूर्ण हाथ रहा था। अब कुछ महीनों बाद नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाओं के चुनाव होने है। इसके बाद जनवरी-फरवरी 2020 में पंचायत चुनाव होने है। इन दोनों चुनाव में दोनों ही दल ऐसी जगह चुनाव में उतरने को तैयार दिख रहे है जहां जमीनी तौर पर मजबूत है। बसपा की तैयारी जयपुर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, दौसा, चूरू, सीकर जिलों को लेकर चल रही है जबकि रालोपा ने नागौर, जोधपुर, जयपुर ग्रामीण, सीकर, बाड़मेर, पाली जैसे जिलों पर फोकस किया हुआ है।
बिगाड़ सकते है पूरा खेल
राजनीति के जानकारों का कहना है कि यदि इन दोनों ही दलों को हल्के में लिया तो कांग्रेस और भाजपा को पहले के दो चुनाव की तरह कई जगह मात खानी पड़ सकती है। कई जिला परिषद, पंचायत और नगर निकायों में दोनों ही दल खेल भी बिगाड़ सकते है। हाल में जोधपुर जिला परिषद सदस्य के उपचुनाव में रालोपा ने ऐसा साबित भी कर दिया है। यह आने वाले दिनों के लिए एक तरह से अलर्ट भी है। दोनों ही वोट बैंक आधारित पार्टी बनकर उभर रही हैं। बसपा का जोर दलित और अल्पसंख्यकों पर दिख रहा है, वहीं रालोपा का जोर युवाओं के साथ जाट, दलित और अल्पसंख्यक वोट साधने पर है।
युवा वर्ग बेनीवाल के साथ
प्रदेश का एक बड़ा युवा वर्ग हनुमान बेनीवाल के साथ जुड़ा हुआ है। इसके साथ ही जाट समाज का नब्बे प्रतिशत समर्थन हनुमान बेनीवाल को प्राप्त है। दलित और अल्पसंख्यकों के वोट हथियाने में भी हनुमान बेनीवाल को महारत हासिल है। वे दूसरे वोट बैंक में सेंध लगाने की राजनीति भी जानते है। इससे उनकी पार्टी और अधिक मजबूत हो रही है। उनकी स्थिति मजबूत होने से भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों को कई सीटें गंवाने का अंदेशा है।
source http://krantibhaskar.com/bjp-congress-ki-sleep-ud/
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