सोमवार, 10 सितंबर 2018

जैन समाज का पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व शुरू

जोधपुर। जैन समाज के पर्युषण पर्व गुरुवार से प्रारंभ हो गए। इस अवसर पर अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागच्छ संघ श्री रत्नप्रभ क्रिया भवन प्रांगण में अष्ट दिवसीय पयुर्षण महापर्व आराधना साधना तप-जप के साथ गुरुवार से प्रारंभ हो गया। तपागच्छ संघ प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया कि पन्यास प्रवर विरागरत्न विजय, प्रवचनकार देवर्षि रत्न विजय, साध्वी हेमलता आदि के सान्निध्य प्रथम दिन पयुर्षण के पांच कत्र्तव्य बताए गए। द्वितीय दिवस वार्षिक 11 कत्र्तव्य कल्पसूत्र घर पर ले जाने का चढ़ावा, तृतीय दिवस 6 कत्र्तव्य व पौषध महिमा, चतुर्थ दिवस कल्पसूत्र बोहराना व ज्ञान पूजा, पंचम दिवस भगवान का जन्म वाचन व प्रभु भक्ति, छट्टा दिवस गणधर वाद वाचन व सप्तम दिवस बारसा सूत्र का चढ़ावा तथा अष्टम दिवस चैत्य परिपाटी संवत्सरी प्रतिक्रमण क्षमापना खम्माऊसा खम्माऊसा क्षमा याचना का पर्व मनाया जाएगा। संघ सचिव उमेदराज रांका ने बताया कि पर्व के दरम्यान प्रतिदिन परमात्मा की भव्य आंगी रचना, श्रृंगार, सजावट, दीपक रोशनी, भक्ति सहित कई कार्यक्रम होंगे।
वहीं श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ डंको बाजे रे तीसरी पोल महामंदिर के तत्वावधान में साध्वी कमलप्रभा, सुदर्शनप्रभा, मणिप्रभा और लब्धिप्रभा के सान्निध्य में धर्म आराधना की गई। संघ के अध्यक्ष प्रकाशचंद्र सिंघवी ने बताया कि पर्युषण के दिनों में सुबह प्रार्थना, प्रवचन और अंत:गढ़ सूत्र का वाचन किया जाएगा। प्रतिदिन दोपहर में विभिन्न विषयों पर प्रश्न मंच प्रतियोगिताएं होगी।
तेरापंथ भवन में आज से होंगे कार्यक्रम
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ समुदाय के तत्वावधान में महातपस्वी आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी चांदकुमारी के सान्निध्य में जाटाबास स्थित तेरापंथ भवन में 7 सितम्बर से 14 सितम्बर तक पर्युषण महापर्व मनाया जाएगा। 14 सितम्बर को संवत्सरी महापर्व एवं 15 सितम्बर को क्षमायाचना दिवस मनाया जाएगा। परिषद के मंत्री मितेश जैन ने बताया कि आठों दिनों तक नमस्कार महामंत्र का अखण्ड जप का अनुष्ठान किया जाएगा। कार्यक्रम के तहत आठों दिनों तक प्रात: 6.30 बजे से मंगलपाठ, 9.15 से 11 बजे तक साध्वीवृंदों का प्रवचन, सांय 6.40 बजे सामूहिक प्रतिक्रमण, 7.45 बजे अर्हत वंदना एवं रात्रि 8 बजे से विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन रखा गया है। इन आठ दिनों में साध्वी विवेकी, तितिक्षा, अखिलयशा, मृदुप्रभा, पल्लवप्रभा आदि ठाणा का भी प्रवचन एवं सान्निध्य प्राप्त होगा।



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