मंगलवार, 18 सितंबर 2018

वकीलों ने किया न्यायिक कार्यों का बहिष्कार

जोधपुर।राजस्थान हाइकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन व राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन से जुड़े वकीलों ने सोमवार को न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया। यह बहिष्कार बार काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रस्ताव व आह्वान पर किया गया।

हाल ही में वकीलों की हड़ताल के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था। इसे लेकर वकीलों में आक्रोश है। इस फैसले को लेकर वकीलों ने सोमवार को हाईकोर्ट और अधीनस्थ अदालतों में हाजिरी नहीं दी। एडवोकेट एसोसिएशन के महासचिव धनराज वैष्णव ने बताया कि न्यायिक बहिष्कार को लेकर दोनों एसोसिएशन ने हड़ताल की घोषणा की थी। उन्होंने बताया कि सोमवार को विरोध दिवस सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के खिलाफ मनाया गया जिसमें दो न्यायाधीश की पीठ ने वकीलों के हड़ताल किए जाने के संवैधानिक अधिकारों पर रोक लगाने के आदेश दिए जबकि सीजेआई की अध्यक्षता वाली संवैधानिक पीठ ने पहले आवश्यक होने पर वकीलों को अपने संवैधिनिक अधिकारों के तहत हड़ताल करने को जायज ठहराया था। उन्होंने कहा कि सोमवार को विरोध दिवस मनाकर किसी भी प्रकार का न्यायिक कार्य नहीं किया गया। इससे हाईकोर्ट व अधीनस्थ अदालतों में न्यायिक कार्य ठप रहे। वहीं दोपहर में वकीलों के शिष्टमंडल ने अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा।

इससे पहले दोनों एसेासिएशन के पदाधिकरी एवं अधिवक्ता रैली के रूप में एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और यहां राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, केंद्रीय विधि एवं न्यायमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम के ज्ञापन सौंपे गए। इस दौरान दोनों एसोसिएशन के अध्यक्ष रणजीत जोशी व सुनिल जोशी, महासचिव धनराज वैष्णव, लॉयर्स एसोसिएशन के महासचिव मृगराजसिंह राठौड़, उपाध्यक्ष कपिल बोहरा, लॉयर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विनोद चौधरी, सहसचिव दिलिप शर्मा, कोषाध्यक्ष पुखराज गोदारा सहित भारी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित थे।



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