बुधवार, 12 सितंबर 2018

धूमधाम से मनाया लोक देवता बाबा रामदेव का प्राकट्योत्सव

जोधपुर। जन-जन की आस्था व सामाजिक समरसता के प्रतीक लोक देवता बाबा रामदेव का प्राकट्योत्सव (अवतरण दिवस) मंगलवार को भाद्रपद शुक्ल द्वितीया (बीज) पर धूमधाम व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। अलसुबह मसूरिया स्थित बाबा रामदेव मंदिर में श्रृंगार महाआरती और ध्वजारोहण की रस्म के साथ परंपरानुसार मेला प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर मसूरिया स्थित बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ के समाधि मंदिर सहित कई अन्य मंदिरों में भी धार्मिक अनुष्ठान हुए। मंगला आरती के दौरान करीब एक लाख से अधिक लोग बाबा के दर्शन करने पहुंचे। इस कारण एक किलोमीटर से अधिक लम्बी कतार लग गई। शहर के सभी प्रमुख प्रवेश मार्गों पर विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं की ओर से जातरूओं के लिए भोजन व अल्पाहार की व्यवस्था की गई।

पीपा क्षत्रिय समस्त न्याती सभा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान ने बताया कि भादवा सुदी बीज पर मंगलवार सुबह करीब सवा चार बजे मंदिर में 109 ज्योत से मंगला आरती, श्रृंगार के आयोजन के बाद मंदिर की प्राचीर पर ध्वजारोहण किया गया। यहां बाबा रामदेव के गुरु बालिनाथ की गुफा और बाबा रामदेव मंदिर में महाआरती की गई। मंगला आरती से पूर्व मेला प्रांगण में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर की सीढिय़ों व प्रवेश द्वार के पास विशाल एलईडी स्क्रीन पर आरती का सीधा प्रसारण किया गया। मेले में जातरूओं की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए है। मेला स्थल पर सीसी टीवी कैमरों के साथ जातरूओं की सुरक्षा की निगरानी और व्यवस्था के लिए स्वयंसेवक और पुलिस का माकूल जाब्ता सहयोग कर रहा है। इधर, हाथों में रंगबिरंगी ध्वजा लिए जयघोष करते जातरूओं का सैलाब सोमवार देर रात से ही मसूरिया मंदिर में उमडऩे लग गया था।

एक किमी लंबी लाइन लगी

मसूरिया पहाड़ी स्थित बाबा रामदेव मंदिर में सोमवार रात से जातरूओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। मंगलवार तडक़े महाआरती शुरू होने से पूर्व ही करीब एक लाख से अधिक लोग कतारों में लग गए। मंदिर से काफी दूरी तक लम्बी कतार लगी रही। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाकर पुलिस लोगों को नियंत्रित करने की मशक्कत में जुटी रही। हाथों में पताका थामे बाबा के जयकारे लगाते हुए भक्त देश के विभिन्न हिस्सों से जोधपुर पहुंचे। बताया गया है कि यह पहला अवसर है जब मंदिर प्रांगण के बाहर सडक़ों पर भी हजारों श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लग गई। मेला आयोजन समिति से जुड़े लोगों का कहना है कि उन्होंने कभी एक साथ इतने श्रद्धालु नहीं देखे।

परचा नाडी बनी आकर्षण का केंद्र

बाबा रामदेव मेले में पहुंच रहे लाखों लोगों के लिए यहां बनी परचा नाडी आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की इसके प्रति अगाध श्रद्धा को अंधविश्वास कह लो या आस्था। उनका मानना है कि परचा नाडी में स्नान करने से किसी के शरीर में बैठी बुरी आत्मा (भूत) भाग जाती है। जोधपुर में मसूरिया पहाड़ी पर स्थित लोक देवता बाबा रामदेव के मंदिर की तलहटी में बने तालाब को लोग परचा नाडी कहते है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस नाडी में स्नान मात्र करने से ही सारे संकट दूर हो जाते है। इन लोगों का मानना है कि इस नाडी में डुबकी लगाने से ही शरीर में विद्यमान बुरी आत्मा से छुटकारा मिल जाता है। अपनी इस आस्था या एेसा कहे अंधविश्वास के कारण लोग शरीर से बुरी आत्माओं को निकालने के लिए कई महिलाओं को जबरन इस नाडी में डुबकी लगवाते है। महिलाओं के परिजन उनके बाल पकड़ जबरन बार-बार पानी में उसका सिर डालते है। यह प्रक्रिया कई बार दोहराते है। इसके बाद कई लोग महिला का सिर बाहर निकाल उसे जूता सूंघाते है। कई बार इस जूते में नाडी का पानी भर महिलाओं को भी पिलाते है। खासियत की बात यह है कि इस नजारे को सैकड़ों लोग दिनभर देखते रहते है। वहां तैनात पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह लोगों की आस्था है। कई लोग इस पानी को बोतल में भरकर अपने साथ ले जाते है। उनकी मान्यता है कि इससे चर्म रोग ठीक हो जाता है।

जुगल जोड़ी मंदिर में अनुष्ठान शुरू

राइकाबाग स्थित जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर में सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि महाराज के सान्निाध्य में मंगलवार से नौ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ हो गए। प्रवक्ता रघुवीरसिंह भदावत ने बताया कि मंगलवार सुबह पूर्व नरेश गजसिंह के मुख्य आतिथ्य में मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण किया गया। तत्पश्चात हवन हुआ। नौ दिवसीय हवन में प्रतिदिन सवा लाख आहुतियां देकर विश्व शांति की कामना की जाएगी। प्रतिदिन दोपहर में सत्संग, शाम को फूलमंडली, महाआरती, भजन संध्या, महाप्रसादी सहित अनेक कार्यक्रम होंगे।



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