दादरा नगर हवेली के सांसद नटुभाई पटेल को अनपढ़ बोला जाता है परंतु जमीनी स्तर पे देखा जाए तो ये एक ऐसे सख्स है जिसने प्रदेश के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए भटकना ना पड़े उनको पहला सरकारी कॉलेज दिया तो क्या वो अनपढ़ है ? जिसने प्रदेश को इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज दिया तो क्या वो अनपढ़ है ? जिसने आज सिलवासा के सरकारी अस्पताल को अगल बगल के राज्यो से भी बेहतर बना दिया वो अनपढ़ है ?? जिसने युवाओ के भविस्य के लिए प्रदेश में सरकारी जिम, तैराकी जैसी व्यवस्था उपलब्ध कराई तो वो अनपढ़ है ? जिसने प्रदेश के तमाम गावो में पानी, बिजली, घर तक ब्लॉक पहुचाया वो अनपढ़ है ? जिसने विधवा लाचार महिलाओ का पेंशन बढ़वाया वो अनपढ़ है ? जिसने प्रदेश में एक बेहतरीन कानून व्यवस्था बनाये रखी वो अनपढ़ है ? जिसने सैकड़ो विकलांग व्यक्तियों को उनके जरूरत की समान सहित स्कूटी प्रदान किये वो अनपढ़ है ? जीसने सरकारी अस्पताल को दर्जनों 108 एम्बुलेंस प्रदान किया वो अनपढ़ है ? जीसने हजारों लोगों के रहने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत फ्लैट प्रदान किया वो अनपढ़ है ? दादरा नगर हवेली के दूर दराज के गांवों में सर्वोच्च शिक्षा के साथ साथ अनेकों ब्रिज और सड़क का निर्माण किया वो अनपढ़ है ?
नटुभाई पटेल ने प्रदेश हित में सैकड़ो बड़े काम किये पर कभी कार्यो का बड़बोलापन नही दिखाया वो अनपढ़ है ?
एक कुशल जननायक में शिक्षा से भी ज्यादा दूसरे गुण जरूरी होते है जो उन्हें औरों से अलग करते है जिनमे उनका विनम्र और मृदु भाषी होना, उनमें सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होना, उनके अंदर निर्णय लेने की छमता होना, अपनी जनता में अपनी विश्वशनियता बरकार रखना और जनता के प्रति अपना लगाव रखना अगर ये गुण है तो नटुभाई पटेल से बड़ा कोई जननायक नही हो सकता। ये एक जन्मजाती गुण है जो किसी को विरासत में नही मिलता।
नटू भाई पटेल में वो सारे गुण है जो एक बड़े जननायक के होते है और उन्होने अपनी पहचान खुद बनाई है। नटुभाई पटेल ने सड़क से सांसद तक के सफर में अनेकों परेशानियों को झेला है वे जनता की परेशानियों से भलीभाति परिचित है।
कितना गर्व होता है जब हम पढ़ते है कि रिक्शा चालक की बेटी आईएस बनी, कितना गर्व होता है जब सब्जी बेचने वाले का बेटा हीरो बनता है, कितना गर्व होता है जब चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बनता है, उसी तरह वर्तमान एमपी को भी गर्व होता है कि मैंने अपने प्रदेश को इतना कुछ दिया है।
जो लोग आज प्रदेश सांसद नटुभाई पटेल जी की पढ़ाई पे सवाल करते है उन्हें ये मालूम होना चाहिए कि लाख पढ़े लिखे लोगो से कही बडी सख्सियत है अपने वर्तमान सांसद। प्रदेश की जनता नटुभाई पटेल के द्वारा किये गए अब तक के सभी कार्यों को प्रदेश का स्वर्णिम दौर मानता है। नटुभाई पटेल ने प्रदेश में लोगो को बेखौफ जीने की ताकत दी है, 2009 से पहले की समय का आकलन किया जाए तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
सभी विरोधियो की नजर में ये भले ही पढाई मूल्य रखती हो पर प्रदेश को तो यही सांसद की भविष्य में ज्यादा जरूरत है। जिनके पास प्रदेश के लिए एक सकारात्मक सोच है जो जातिवाद, प्रांतवाद, समुदायवाद से हटकर केवल प्रदेश और देश के बारे में सोचते है। वैसे जब विरोध के लिए विकाश से हटकर किसी जननायक की पढ़ाई पे सवाल उठाया जाता है तो उन विरोधियो को ज्ञात होना ही चाहिए कि पढ़े लिखे तो राहुल गांधी भी है पर उनका मूल्यांकन शून्य है।
पत्रकार – सुधीर रमण पाठक
दादरा नगर हवेली
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