जयपुर : गुड़गांव के प्रॉपर्टी व्यवसायी को दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर 27 लाख रुपए हड़पने वाली महारानी कॉलेज की आरोपी छात्रा से पुलिस पूछताछ ही नहीं कर पाई है। आरोपी छात्रा को कोर्ट से जमानत मिल गई है। ऐसे में गलतागेट थाना पुलिस कॉल डिटेल के आधार पर उन लोगों का पता लगा रही है, जिनसे आरोपी छात्रा ने दुष्कर्म व छेड़छाड़ के केस में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपए हड़पे हैं।
उल्लेखनीय है कि जितेंद्र की रिपोर्ट पर गलतागेट थाना पुलिस ने महारानी कॉलेज में पढ़ने वाली 19 वर्षीय छात्रा को बुधवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपी छात्रा को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा था, लेकिन आरोपी छात्रा को जमानत मिल गई। ऐसे में पुलिस आरोपी छात्रा से पूछताछ नहीं कर पाई।
राशि बरामद की- पुलिस ने छात्रा का मोबाइल और उसके कमरे से राशि बरामद की है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी छात्रा मूलतया खेतड़ी, झुंझुनूं की रहने वाली है और अभी मोतीडूंगरी इलाके में पीजी में रहती थी। वह अन्य लोगों से भी ब्लैकमैलिंग कर चुकी है। छात्रा के पिता सीआईएसएफ में हैं। इस मामले में पुलिस ऐसे नंबरों का पता लगा रही है, जिन पर आरोपी छात्रा की सबसे ज्यादा बात होती थी। गौरतलब है कि गुडगांव निवासी प्रोपर्टी व्यवसाय जितेन्द्र ने पुलिस में शिकायत की थी। रिपोर्ट में कहा था कि डेढ़ साल पहले रोहतक में एक परिचित युवती के माध्यम से छात्रा ऊषा गूजर से संपर्क हुआ था।
यह था मामला- डीसीपी अंशुमान भौमिया ने बताया कि गुड़गांव निवासी 45 वर्षीय जितेन्द्र कुमार ने मंगलवार को रिपोर्ट दी थी कि डेढ़ साल पहले रोहतक में एक परिचित युवती के माध्यम से छात्रा ऊषा गूजर से संपर्क हुआ था। वह मोतीडूंगरी इलाके में पीजी में रहती थी। पिछले छह माह से वह जितेन्द्र से फोन पर बात करती थी और वाट्सएप पर चेटिंग करती थी।उसने कई बार जितेंद्र को जयपुर मिलने के लिए बुलाया। आठ अगस्त को जितेन्द्र जयपुर आया और एमआई रोड स्थित एक होटल में रुका। वहां छात्रा आई और शराब पी। नौ अगस्त को ऊषा ने जितेन्द्र को धमकी दी कि उसने 25 लाख रुपए नहीं दिए तो दुष्कर्म का केस दर्ज करा देगी।
इस पर पीड़ित ने हरियाणा से अपने परिचितों को बुलाकर ऊषा को 25 लाख रुपए दे दिए थे। पीड़ित 15 अगस्त को फिर प्रॉपर्टी संबंधी काम से जयपुर आया था और दिल्ली रोड पर एक होटल में रुका था। इस दौरान पीड़ित के पास आरोपी छात्रा ने फिर से फोन किया और 18 लाख रुपए की डिमांड की। छात्रा से परेशान होकर जितेन्द्र गलता गेट थाने पर पहुंच गया। इस दौरान पीड़ित के फोन पर ऊषा का फोन भी आ रहा था। जितेन्द्र ने पुलिस के साथ मिलकर ऊषा को रंगे हाथों पैसे लेकर ब्लैकमेल करने के आरोप में पकड़ने की योजना बनाई। जितेन्द्र ने ऊषा को नारायण सिंह सर्किल पर बुलाया। जहां पर जितेन्द्र पुलिस सादावर्दी में पहुंच गई। इसी दौरान ऊषा भी वहां पर गई। पुलिस ने जितेन्द्र से दो लाख रुपए लेते ऊषा को पकड़ लिया और थाने ले आई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें