शुक्रवार, 19 अगस्त 2016

Movie Review : खूब हंसाती है "हैप्पी भाग जाएगी", बिना दिमाग लगाए देखें

Movie Review :आनंद एल राय और कृषिका लुल्ला ने साथ मिलकर "रांझणा", "तनु वेड्स मनु ", "तनु वेड्स मनु रिटर्न्स" जैसी फिल्में बनाई हैं और इस बार दोनों ने रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा "हैप्पी भाग जाएगी" को प्रोड्यूस किया है।


स्टार कास्ट-डायना पेंटी, अली फजल, जिमी शेरगिल, अभय देओल, मोमल शेख, पियूष मिश्रा


डायरेक्टर-मुदस्सर अजीज


प्रोड्यूसर-कृषिका लुल्ला और आनंद एल राय


कैसी है यह फिल्म? आइए जानते हैं...


कहानी-कहानी हैप्पी(डायना पेंटी) की है, जो अपनी शादी के दिन ही घर से फरार हो जाती है। लेकिन गलती से भारत से पाकिस्तान बिलाल(अभय देओल) और जोया (मोमल शेख) के घर पहुंच जाती है। इसके बाद कई तरह के ड्रामे दिखने को मिलते हैं। इधर, भारत से दमन सिंह बग्गा(जिमी शेरगिल) और हैप्पी का ब्वॉयफ्रेंड गुड्डू(अली फजल) भी हैप्पी की खोज में पकिस्तान रवाना हो जाते हैं। कई मजेदार ट्विस्ट्स के साथ कहानी आगे बढ़ती है, जिन्हें पढ़ने में नहीं, देखने में ज्यादा मजा आएगा।
डायरेक्शन-फिल्म का डायरेक्शन ठीक है। मुदस्सर अजीज ने काफी अच्छे से हिंदुस्तान और पाकिस्तान की छोटी-छोटी चीजों को दर्शाने की कोशिश की है। कॉमेडी के पंच के साथ-साथ, कहानी में रोमांस भी देखने को मिलता है। चेस सिक्वेंस और गानों का शूट भी अच्छा है। किरदारों के बातचीत का ढंग सटीक रखा गया है और सिनेमेटोग्राफी भी कमाल की है। हालांकि, कुछ बातें समझ नहीं आतीं। जैसे- फिल्म का हर किरदार भारत और पाकिस्तान में ऐसे आ जा रहा है, जैसे वे एक ही देश के दो शहरों में जा रहे हों। किसी को वीजा की जरूरत नहीं पड़ती। हिंदुस्तानी पाकिस्तान में बेधड़क घुमते हैं, लेकिन कोई उन्हें पकड़ता भी नहीं है। अब यह तो डायरेक्टर साहब ही बता सकते हैं कि वे भारत और पाकिस्तान के किस युग को दिखा रहे हैं।


स्टारकास्ट की परफॉर्मेंस-फिल्म में हर एक्टर ने अपने-अपने रोल को सहज ढंग से निभाया है। जिमी शेरगिल, अभय देओल और अली फजल अपने रोल में एकदम फिट बैठे हैं और उन्होंने काफी अच्छी एक्टिंग की है। वहीं डायना पेंटी और मोमल शेख का काम भी सराहनीय है। पियूष मिश्रा और बाकी कलाकारों ने भी बढ़िया काम किया है।
फिल्म का म्यूजिक-सोहेल सेन ने अल्तमश फरीदी, मीका सिंह, नीति मोहन जैसे सिंगर्स के साथ अच्छा म्यूजिक एल्बम बनाया है। "आशिक तेरा", "जरा सी दोस्ती" और "गबरू रेडी तो मिंगल" पहले ही पॉपुलर हो चुके हैं। फिल्म में दो गानें और भी हैं। वैसे कहानी के हिसाब से गाने ज्यादा हैं, जो कहीं न कहीं रफ्तार को धीमा करते हैं। कुछ गानें कम किए जा सकते थे।
देखें या नहीं-फिल्म में कॉमेडी है, रोमांस है और मसाला भी है, जिसकी वजह से यह एक अच्छी एंटरटेनर हो सकती है। लेकिन देखने जाएं तो अपना दिमाग घर पर ही रख दें

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