मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

कोरोना: संक्रमण के खिलाफ जंग में  IIP में 15 मई तक होने लगेंगे टेस्ट, बनेगा बायोसेफ्टी कैबीनेट

दून के आईआईपी में 15 मई तक कोरोना सक्रंमितों की पहचान के लिए कोरोना टेस्ट लैब स्थापित हो जाएगी। शुरूआत में इसमें प्रतिदिन कोविड-19 के 15 सैम्पल टैस्टिंग की सुविधा दी जाएगी। जिसकी क्षमता जल्द ही तीस हो जाएगी। कोरोना को लेकर टेस्ट लैब बढ़ाने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के बाद आईआईपी ने अपने यहां उच्च स्तरीय कोरोना टेस्ट लैब बनाने की पहल की है।

लैब स्थापना के बाद प्रदेश में कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़़ेगी और लैब रिपोर्ट के आधार पर त्वरित इलाज मुमकिन होगा। लैब प्रभारी डा.देवाशीष घोष ने बताया कि, वायरस मानव शरीर के जैनेटिक कोड पर हमला कर उस पर हावी होने लगता है। इससे मनुष्य की शारिरिक कार्यप्रणाली प्रभावित होने लगती है।

जैसे मानव पूरे शरीर में रक्त कणिकाएं पहुंचती हैं, वैसे ही वायरस भी फैलने लगता है। कोराना वायरस अक्सर प्रोटीन के जरिए श्वास नली, मुंह, चमड़ी आदि जगहों पर चिपक जाता है। जो सैम्पल लिया जाएगा वह रोगी के गले के अंदर से थूक या बलगम का हिस्सा होगा।

इसमें प्रोटीन और आरएनए अलग कर देंगे। ताकि वायरस संक्रमण न कर सके। आरएनए को रियल टाइम पीसीआर यूनिट में रखकर उस सैम्पल की जांच कर देखेंगे कि क्या रोगी सचमुच पॉजीटिव है या नैगेटिव है। यानि शरीर में आरएनए की उचित मात्रा है या नहीं। 

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बनना है अलग बायोसेफ्टी कैबीनेट
कोरोना का वायरस काफी एक्टिव है, इसलिए लैब के लिए लाए जाने वाले उपकरण विशेष रूप से तैयार बायोसेफ्टी कैबीनेट में रखे जाएंगे। अभी ये कैबीनेट आईआईपी नहीं पहुंच पाया है। लैब की स्थापना एम्स के सहयोग से की जा रही है। चंडीगढ़ से आई विशेषज्ञों की टीम ने इसके लिए आईआईपी की तैयारियों को परख लिया है।

15 मई तक लैब शुरू होने की उम्मीद है। 30 अप्रैल तक हमारे पास लैब स्थापित करने के लिए सभी जरूरी मशीनें पहुंच जाएंगी। एक बार शुरू होने के बाद हम इसकी क्षमता भी बढ़ाएंगे। वायरस से सम्बंधित अन्य जांचों में भी ये लैब महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। डा.अंजन रे, निदेशक सीएसआईआर-आईआईपी 

वायरस जांच के लिए चाहिए प्रशिक्षित लोग
आईआईपी को कोरोना टैस्ट लैब में काम करने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ की जरूरत है। आईआईपी निदेशक डा.अंजन रे ने बताया कि देश में वायरस हैंडिलिंग में प्रशिक्षित लोगों की काफी कमी है। लिहाजा इसके लिए विज्ञापन भी दिया गया है।

लैब के काम करने के अनुभवी व मिड टैक में प्रशिक्षित लोग यदि हों तो वह सीधे आईआईपी से सम्पर्क कर सकते हैं। आईआईपी उन्हें उच्चस्तरीय प्रशिक्षण भी देगा।



source https://krantibhaskar.com/hindi/hindi-news/state-news/uttarakhand-news/6616/

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