पटना:
मीडिया को दो सालों तक सरकारी विज्ञापन देने पर रोक लगाने की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की सलाह को भारतीय जनता पार्टी के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने अव्यावहारिक बताया है. उन्होंने हमला बोलते हुए कहा कि प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाने की कांग्रेस की मानसिकता का प्रमाण है. सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस (Congress) देश में आपातकाल जैसा वातावरण बनाना चाहती है.
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उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘सोनिया गांधी ने कोरोना संक्रमण के समय अखबार और समाचार चैनलों के विज्ञापन बंद करने की जो सलाह दी है, वह न केवल अव्यावहारिक है, बल्कि प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाने की कांग्रेस की मानसिकता का प्रमाण है. मीडिया जनता के बीच जागरुकता बढ़ाने और प्रमाणिक समाचार देने का विश्वसनीय होता है.’
सोनिया गांधी ने कोरोना संक्रमण के समय अखबार और समाचार चैनलों के विज्ञापन बंद करने की जो सलाह दी है, वह न केवल अव्यावहारिक है, बल्कि प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाने की कांग्रेस की मानसिकता का प्रमाण है।
मीडिया जनता के बीच जागरुकता बढ़ाने और प्रमाणिक समाचार देने का विश्वसनीय…….. pic.twitter.com/4ITM5EfuBL— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 8, 2020
बीजेपी नेता ने आगे लिखा, ‘कांग्रेस देश में इमरजेंसी जैसा वातावरण बनाना चाहती है.’ सुशील मोदी ने महागठबंधन के सहयोगी दलों से पूछा कि महागठबंधन के दलों को बताना चाहिए कि क्या वे मीडिया को दबाने वाली सलाह का समर्थन करते हैं.
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बता दें कि कोरोना संकट के मद्देनजर प्रधानमंत्री के साथ टेलीफोन पर बातचीत करने के एक दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सरकार के ‘खर्च’ पर रोक लगाने के लिए पांच सुझाए. जिसमें सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा मीडिया विज्ञापनों- टेलीविज़न, प्रिंट और ऑनलाइन पर दो साल की अवधि के लिए पूर्ण रोक लगाना शामिल है. साथ ही उन्होंने इस पैसे को घातक वायरस से लड़ने में उपयोग करने को कहा था.
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source https://krantibhaskar.com/hindi/hindi-news/national-news/5012/
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