भारतीय रेलवे ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने के मद्देनजर माल ढुलाई पर तीन मई तक कई तरह के शुल्क नहीं वसूलेगा। इन शुल्कों में विलंब शुल्क,स्थान शुल्क,माल ढेर लगाने का शुल्क, शेड में माल रखने का शुल्क,अवरोध शुल्क और स्थान उपयोग शुल्क शामिल है। पहले ये शुल्क 14 अप्रैल तक माफ किए गए थे। गौरतलब है कि रेलवे की माल ढुलाई सेवाएं चालू हैं जो देशभर में लगातार आवश्यक वस्तुओं को पहुंचा रही हैं।
वहीं भारतीय रेलवे ने मंगलवार को कहा कि उसने अगले आदेश तक विस्तारित राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर रेल टिकटों की बुकिंग को बंद करने का फैसला किया है।
राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर द्वारा यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए राष्ट्र के नाम संबोधन के तुरंत बाद की गई है। मोदी ने देश में कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए तीन मई तक लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा की रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूटीएस (अनारक्षित टिकट) और पीआरएस (पैसेंजर रिजवेर्शन सिस्टम) सहित बुकिंग के सभी टिकट काउंटर अगले आदेश तक निलंबित रहेंगे।
मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑनलाइन टिकट रद्द कराने की सुविधा चालू रहेगी। राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने कहा कि अभी तक रद्द नहीं हुई ट्रेनों के टिकटों की अग्रिम बुकिंग रद्द करने वालों के लिए भी पूरा रिफंड होगा। रेल मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि प्रीमियम ट्रेनों, मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों, पैसेंजर ट्रेनों, उपनगरीय ट्रेनों, कोलकाता मेट्रो रेल, कोंकण रेलवे सहित भारतीय रेल पर सभी यात्री ट्रेन सेवाओं को तीन मई की रात 12 बजे तक निलंबित कर दिया गया है। हालांकि इस दौरान मालगाड़ियों को छूट रहेगी।
इससे पहले रेलवे ने 21 मार्च को राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान 24 मार्च से 14 अप्रैल तक आरक्षण को निलंबित कर दिया था। रेलवे ने इससे पहले 14 अप्रैल से आगे की ट्रेन यात्रा के लिए ट्रेनों के टिकटों की बुकिंग को निलंबित नहीं किया था।
source https://krantibhaskar.com/hindi/news/national-news/6742/
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