उत्तर प्रदेश के 15 शहरों में कोरोना हॉट स्पॉट सील किए गए हैं, इनमें वेस्ट यूपी के छह जिले हैं। वेस्ट यूपी में फिलहाल 11 देश और 20 से ज्यादा राज्यों के जमाती ठहरे हुए हैं जो निजामुद्दीन मरकज से कोरोना वायरस साथ लेकर आए। शुक्र रहा कि निजामुद्दीन मरकज पर शिकंजा कसते ही दूसरे जिलों में जमातियों के स्वास्थ्य की जांच शुरू हो गई, वरना इनसे कितने लोगों में वायरस का संक्रमण पहुंचता, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल था।
मेरठ में सूडान, कीनिया, जिबूती, इंडोनेशिया और नेपाल के 20 विदेशी जमाती ठहरे हैं। इनके अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, झारखंड, असम, मणिपुर, वेस्ट बंगाल, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों के 400 से ज्यादा जमाती मौजूद हैं जो फिलहाल क्वारंटीन हैं। यहां ज्यादातर जमातें 21 और 22 मार्च को आईं, लेकिन पुलिस और खुफिया एजेंसियों को कानोंकान खबर नहीं हुई। 27 मार्च के आसपास निजामुद्दीन मरकज पर शिकंजा कसा गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश के शहरों में जमातियों की खोजबीन शुरू हुई। मेरठ में पुलिस की ज्यादातर कार्रवाई 29 व 30 मार्च को हुई। बड़ी संख्या में मस्जिदों से जमाती क्वारंटीन किए गए। अब धीरे-धीरे इनके कोरोना सैंपल की रिपोर्ट आ रही है। मेरठ में अभी तक 17 जमातियों को कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। बड़ी संख्या में जमातियों के सैंपल की रिपोर्ट नहीं आ पाई है।
मुजफ्फरनगर में सबसे ज्यादा जमाती
बिजनौर में इंडोनेशिया, नेपाल, अंडमान, पोर्टब्लेयर समेत कई राज्यों से आए 232 जमाती क्वारंटीन हैं। बिजनौर का एक जमाती कानपुर में पॉजिटिव पाया गया है। 40 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। हापुड़ में थाईलैंड के नौ सहित 32 जमाती आए। वेस्ट यूपी में सबसे ज्यादा जमाती मुजफ्फरनगर में 410 आए हैं। अच्छी बात यह है कि अभी तक एक को भी कोरोना की पुष्टि नहीं हुई। सिर्फ मुजफ्फरनगर और नोएडा जिले ही ऐसे हैं, जहां कोरोना पॉजीटिव जमातियों की संख्या शून्य है। जहां पॉजिटिव जमातियों की संख्या ज्यादा है, उनमें मेरठ, सहारनपुर, शामली, गाजियाबाद, बुलंदशहर और हापुड़ हैं।
इन देशों से आए जमाती
बांग्लादेश, इंडोनेशिया, नेपाल, सूडान, कीनिया, जिबूती, थाईलैंड, अंडमान, पोर्ट ब्लेयर, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान से बड़ी संख्या में जमाती वेस्ट यूपी के जनपदों में आए हैं। इसके अलावा उप्र, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, वेस्ट बंगाल, आंध्र प्रदेश, केरल, मणिपुर, त्रिपुरा, पंजाब, महाराष्ट्र, असम आदि राज्यों के जमाती बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
मरकज से मस्जिद तक
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने माना है कि ज्यादातर जमातियों को कोरोना संक्रमण निजामुद्दीन मरकज में पहुंचने के बाद हुआ। इसलिए ट्रेवल हिस्ट्री मरकज से रवाना होने से लेकर संबंधित जिले में मस्जिद पहुंचने तक खंगाली जा रही है। ट्रैवल हिस्ट्री में अब वह पार्ट हटा दिया गया है कि जमाती निजामुद्दीन मरकज तक कैसे पहुंचा।
कहां कितने जमाती आए
जनपद | जताती |
मेरठ | 391 |
मुजफ्फरनगर | 410 |
हापुड़ | 32 |
बागपत | 249 |
सहारनपुर | 339 |
बुलंदशहर | 255 |
बिजनौर | 446 |
दिल्ली निजामुद्दीन मरकज से ज्यादातर जमाती 18 से 21 मार्च के बीच मेरठ जोन के जनपदों में आ गए। खुफिया सूत्रों से पता चलने पर पुलिस ने मस्जिदों में पहुंचकर इनके क्वारंटीन करने की कार्रवाई शुरू की। जमातियों के स्वास्थ्य की लगातार जांच चल रही है – प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ जोन
source https://krantibhaskar.com/hindi/hindi-news/state-news/uttar-pradesh-news/5008/
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