सोमवार, 25 नवंबर 2019

वलसाड का यह दवा एसोसिएशन तो निकला फर्जी!

वलसाड का यह दवा एसोसिएशन तो निकला फर्जी!

वापी। वलसाड विभाग केमिस्ट एसोसिएशन द्वारा दिनांक 10-11-2019 को एक विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी गई कि वलसाड विभाग केमिस्ट एसोसिएशन दिनांक 24-11-2019 एक सामान्य सभा का आयोजन करने जा रही है तथा उक्त सामान्य सभा में सभी सदस्यों को उपस्थित रहने के लिए आग्रह भी किया गया। वलसाड विभाग केमिस्ट एसोसिएशन के पत्र पर अध्यक्ष कोशिक मकड़िया, उपाध्यक्ष राजेश भावसार, सचिव आश्विन अमीन, खजांची हितेश कलारिया, सयुक्त सचिव निमेष कोठारी तथा ओर्ग्नैजिंग सचिव गोरांग देसाई का नाम अंकित है।

अब उक्त एसोसिएशन का पत्र सामने सामने आने के बाद, वलसाड विभाग केमिस्ट एसोसिएशन को लेकर काफी चोकाने वाली जानकारियाँ मिली है। जानकारी देने वाले ने नाम ना बताने कि शर्त पर बताया कि वलसाड विभाग केमिस्ट एसोसिएशन एक अवैध एसोसिएशन है मतलब कि उक्त एसोसिएशन रजिस्टर नहीं है वैसे जो पत्र वलसाड विभाग केमिस्ट एसोसिएशन द्वारा जारी किया गया उसमे भी एसोसिएशन के रजिस्ट्रेशन के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। उक्त एसोसिएशन के बारे में यह भी बताया जाता है कि उक्त एसोसिएशन किसी से 500 तो किसी से 5000 रुपये सदस्यता के नाम पर वसूलती रही है और उन रुपयों का क्या होता है इसकी जानकारी सदस्यता के नाम पर रुपये देने वाले को नहीं दी जाती।

अब इस प्रकार कि जानकारी सामने आने के बाद वलसाड जिला प्रशासन को चाहिए कि उक्त मामले में बारीकी से जांच करें और मामले में नियमानुसार कार्यवाही करें। क्यो कि मामला किसी कचड़ा एसोसिएशन का नहीं है और यदि मामला किसी कचड़ा एसोसिएशन का होता तो भी नियमों को ताख पर नहीं रखा जा सकता और यह तो दवा एसोसिएशन की बात है।

इस पूरे मामले में एसोसिएशन कि मीटिंग के बाद जो फ़ोटो सोशल मीडिया में वायरल हुए उस पर वलसाड के एक जागरूक नागरिक ने मीटिंग के फ़ोटो को ट्वीट करते हुए मामले में गुजरात के मुख्य मंत्री से जांच और कार्यवाही कि गुहार लगाई है।

प्रशासन को सोचना चाहिए कि यदि चंद लोग मिलकर औषद्धि जैसे व्यवसाय के भी फर्जी एसोसिएशन बनाने लग गए तो उनके द्वारा बेचे जाने वाली दवाओं पर भी शंका उठनी लाज़मी है। सोचने वाली बात भी है कि जब नियमों को धतता बताकर, एक अवैध और अनरजिस्टर ( फर्जी) एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीवनी मेडिकल स्टोर, सचिव गायत्री डिस्ट्रीब्यूटर, उपाध्यक्ष भावसर मेडिकल स्टोर जैसी कंपनियाँ चला रहे है तो क्या उक्त सभी फर्जी पदाधिकारी मेडिकल स्टोर और कंपनियाँ नियमों कि अनदेखी नहीं करती होंगे? वलसाड औषद्धि विभाग के अधिकारियों को चाहिए कि वह उक्त एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों कि कंपनियों कि बारीकी से जांच करें, ताकि पता चल सके कि नियमों कि अनदेखी एसोसिएशन तक ही सीमित है या उक्त फर्जी पदाधिकारियों ने नियमों कि अनदेखी के तार मरीजों को दी जाने वाली दवाओं से भी जोड़ दिए है।



source https://krantibhaskar.com/this-drug-association-of-valsad-was-fake/

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