बांसवाड़ा. जिले के महात्मा गांधी अस्पताल में शनिवार सुबह सरेआम हुए डबल मर्डर से पूरे जिले में सनसनी फैली गई। एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन ने भारी जाब्ता तैनात कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक पिता और एक बेटे हैं। वहीं, हमले घायल हुए तीसरे बेटे को उपचार के लिए उदयपुर रैफर कर दिया गया है। दूसरी ओर पुलिस आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार इंद्रा कॉलोनी निवासी 65 वर्षीय शब्बीर पुत्र सिकंदर उनके दो बेटों शरीफ और साहिद के साथ महात्मा गांधी अस्पताल गए थे। जहां कतिपय आरोपियों के द्वारा चाकू और लोहे के सरिये से अचानक हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तीनों अस्पताल परिसर में गायनिक ओपीडी के बाहर खड़े थे। तभी एक कार से कुछ लोग वहां पहुंचे और पिता और पुत्रों पर सरियों और चाकू से ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। जिनमें शब्बीर और उसके एक पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई। और दूसरे बेटे को गंभीर हालत में उदयपुर रैफर कर दिया गया है।
एक दिन पहले भी हुई थी कहासुनी
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक और आरोपी पक्ष के बीच शुक्रवार को किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। जिसके बाद क्षेत्रवासियों से दोनों पक्षों के बीच बीचबचाव किया था। और दोनों पक्षों ने ही कोतवाली पुलिस को ेपरिवाद सौंपा था। क्षेत्रवासियों के द्वारा दोनों पक्षों के बीच भूमि विवाद की बात भी सामने आ रही है।
अस्पताल बना छावनी
महात्मा गांधी अस्पताल परिसर में हुए उक्त घटनाक्रम के बाद पूरे परिसर में छावनी सा माहौल हो गया है। भारी जाब्ते के कारण कोने-कोने पर पुलिस के जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिए दिखाई पड़ रहे हैं। वहीं, मौके पर लोगों को भी भारी संख्या में जमावड़ा लगा है। इस घटना के बाद परिसर में चिकित्सा कार्मिकों और चिकित्सकों के बीच भी चर्चा का बाजार गर्म है।
तेजी से फैली सूचना
अस्पताल परिसर में हुए इस घटनाक्रम की सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से जंगल में आग की तरह फैल गई। जिसके बाद पूरे शहर बल्कि जिले में घटनाक्रम को लेकर चर्चाए चलती नजर आईं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें