जोधपुर। जिला एवं सेशन न्यायाधीश जोधपुर महानगर नरसिंहदास व्यास के निर्देशन में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं एमसीपीसी उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार शनिवार से बीस घंटे का रिफ्रेशर कार्यक्रम डीआरडीए भवन में शुरू हुआ। इसमें जोधपुर संभाग व अन्य जिलों से शामिल होने वाले प्रतिभागी न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं को एमसीपीसी नई दिल्ली से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स एडीजे कोटा बालकृष्ण गोयल एवं अधिवक्ता प्रमिला आचार्य द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जोधपुर महानगर के पूर्णकालिक सचिव निलेशसिंह चौधरी ने बताया कि रिफे्रशर कार्यक्रम में प्रतिभागी न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं को मध्यस्थता के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान के बारे विस्तार से बताया गया। इसके साथ ही मध्यस्थ द्वारा पक्षकारान के मध्य वार्तालाप के दौरान अपनी अभिव्यक्ति, संप्रेक्षण कला में दक्ष बनाने के तरीके सिखाए जा रहे है। उक्त दोनों प्रशिक्षकों को स्थानीय पर्यवेक्षक उपेन्द्र शर्मा, (प्रभारी अधिकारी मीडियेशन) अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या-4, एवं बन्नालाल जाट, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या-6 द्वारा मध्यस्थता प्रणाली को मजबूत और कारगर बनाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।
चौधरी ने बताया कि मध्यस्थता दोनों पक्षकारों के बीच विवाद को पूर्णत: समाप्त करने का एक कारगर रास्ता है जो सरल एवं नि:शुल्क भी है, इसके जरिये परिवार व समाज में सामंजस्य बना रहता है। मध्यस्थता के माध्यम से प्रकरण का निस्तारण होने पर दोनों पक्षकारों की जीत होती है साथ ही उनके मध्य सभी विवादों का अंतिम रूप से निपटारा हो जाता है तथा उनमें पुन: भाईचारे के संबंध कायम हो जाते हैं।
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